देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 लाख से ज़्यादा हो गई है। लेकिन पहले दस लाख पहुँचने में क़रीब 24 हफ़्ते का समय लगा था जबकि अब सिर्फ़ तीन हफ़्ते में ही 10 लाख संक्रमण के मामले आ गए हैं। हाल के दिनों में संक्रमण की रफ़्तार काफ़ी तेज़ हुई है और अब हर दो दिन में एक लाख संक्रमण के मामले आने लगे हैं।
30 जनवरी को पहला मामला आया था और 17 जुलाई को रिपोर्ट आई कि कोरोना संक्रमितों की संख्या 10 लाख पहुँची थी, हालाँकि यह संख्या 16 जुलाई को ही पहुँच गई थी। लेकिन अब गुरुवार यानी छह अगस्त को ही संक्रमितों की संख्या 20 लाख से ज़्यादा हो गई है। संक्रमण के मामले एक लाख तक पहुँचने में 78 दिन लगे थे जबकि एक से पाँच लाख पहुँचने में 39 दिन लगे। 5 से 10 लाख पहुँचने में 20 दिन, 10 से 15 लाख पहुँचने में 12 दिन और 15 से 20 लाख पॉजिटिव केस पहुँचने में सिर्फ़ 9 दिन लगे। देश में संक्रमण बढ़ने की इस रफ़्तार को शुरुआत से देखें तो मामले लगातार बढ़ते हुए दिखते हैं। 30 जनवरी को पहला मामला आने के बाद 31 फ़रवरी तक सिर्फ़ 3 मामले थे। 24 मार्च को जब प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की घोषणा की थी तब सिर्फ़ 564 कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले थे। 31 मार्च तक क़रीब 1400 मामले आए थे। अप्रैल के आख़िर में यह संख्या बढ़कर क़रीब 35 हज़ार के पास पहुँच गई थी।
ऐसे समय जब सरकार ने लॉकडाउन में एक के बाद एक कई तरह की छूटें दे दी हैं, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 20 लाख के पार हो गई है। यह बेहद चिंता की बात है कि देश में कोरोना संक्रमितों की तादाद इतनी ज़्यादा हो गई है और तेज़ी से बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार की शाम पूरे देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 20,06,760 हो गई। इस मामले में भारत अब भी अमेरिका और ब्राज़ील के बाद तीसरे स्थान पर है। अमेरिका में कोरोना से प्रभावित लोगों की तादाद 50 लाख और ब्राज़ील में 28 लाख से ज़्यादा है।
एक दिन में 56 हज़ार मामले
गुरुवार की सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़ों के अनुसार, एक दिन में 56 हज़ार नए मामले सामने आए। इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की कुल तादाद 19.65 लाख हो गई थी। इसमें से 13.28 लाख लोग स्वस्थ हो गए हैं।छह लाख लोगों का इलाज!
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में 5,95,501 लोगों का कोरोना का इलाज चल रहा है। यह कुल मामलों का 30.31 प्रतिशत है। सरकार का दावा है कि मरीजों के स्वस्थ होने की दर में लगातार सुधार हो रहा है। इसका कहना है कि 67.62 प्रतिशत कोरोना मरीज ठीक हो चुके हैं।कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों की स्थिति एक नज़र में
- महाराष्ट्र में 4 लाख 50 हज़ार 196 पॉजिटिव केस, 15 हज़ार 842 लोगों की मौत हुई।
- तमिलनाडु में 2 लाख 63 हज़ार 222 पॉजिटिव केस, 4241 लोगों की मौत।
- आँध्र प्रदेश में 1 लाख 66 हज़ार 586 पॉजिटिव केस, 1537 लोग मारे गए।
- कर्नाटक में 1 लाख 39 हज़ार 571 पॉजिटिव केस, 2594 लोगों की मौत हुई है।
- दिल्ली में 1 लाख 38 हज़ार 482 पॉजिटिव केस, 4021 लोगों की मौत।
- उत्तर प्रदेश में 97 हज़ार 362 संक्रमण के मामले, 1778 मरीज़ों की मौत हुई।
- पश्चिम बंगाल में 78 हज़ार 232 पॉजिटिव केस, 1731 मरीज़ों की मौत हो गई है।
- तेलंगाना में 68 हज़ार 946 संक्रमण के मामले, 563 लोगों की मौत हुई।
- गुजरात में 64 हज़ार 585 संक्रमण के मामले, 2508 मरीज़ों की मौत हुई है।
- बिहार में 59 हज़ार 328 संक्रमण के मामले आए, 330 लोगों की मौत हो चुकी है।
एक हफ़्ते पहले ही यह रिपोर्ट आई थी कि भारत में सबसे तेज़ गति से संक्रमण बढ़ रहा है। उस रिपोर्ट के अनुसार, एक हफ़्ते में भारत में औसत रूप से 3.6 फ़ीसदी की दर से मामले बढ़े हैं जबकि अमेरिका में यह दर 1.7 और ब्राज़ील में 2.4 रही है। यदि ऐसी ही दर बनी रही तो सबसे ज़्यादा संक्रमण के मामले में भी भारत जल्द ही अमेरिका से भी आगे निकल सकता है।
भारत में संक्रमण के इन मामलों में तेज़ी आने की वजह है कुछ राज्यों में संक्रमण के मामले ज़्यादा बढ़ना। इन राज्यों में तमिलनाडु, आँध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र जैसे राज्य शामिल हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, तेलंगाना जैसे राज्यों में भी मामले ज़्यादा आने लगे हैं।