अहिंसा और सहिष्णुता का पाठ पढ़ाने वाले महात्मा गांधी के जन्मदिन पर एक बार फिर सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट व ट्वीट की बाढ़ आ गई है, जिनमें गांधी के हत्यारे की तारीफ की गई है और इस जघन्य हत्याकांड को उचित ठहराने की कोशिश की गई है।
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि ऐसे लोग देश को शर्मिंदा कर रहे हैं।
वरुण गांधी ने ट्वीट किया, "भारत हमेशा ही आध्यात्मिक महाशक्ति रहा है। लेकिन महात्मा ने हमें इस आध्यात्मिकता के आधार पर वह नैतिक बल दिया, जो आज भी हमारी सबसे बड़ी ताक़त है। जो लोग गोडसे जिन्दाबाद ट्वीट कर रहे हैं, वे निहायत ग़ैरज़िम्मेदाराना ढंग से देश को शर्मसार कर रहे हैं।"
अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से महात्मा गांधी के शांति के संदेशों को याद रखने की अपील करने के साथ ही कहा कि दुनिया भर के लड़ाकों को अपने हथियार डाल देने चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि सबको मानवता के दुश्मन कोविड-19 महामारी को हराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए न कि एक दूसरे को हराने पर।
महासचिव ने 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस पर अपने संदेश में कहा कि यह संयोग नहीं है कि हम महात्मा गांधी के जन्मदिन पर अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाते हैं।
उन्होंने कहा कि 'गांधी के लिए, अहिंसा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन, गरिमा और समानता महज शब्द नहीं थे बल्कि मानवता के मार्गदर्शक थे, बेहतर भविष्य का खाका थे। अहिंसा, शांतिपूर्ण प्रदर्शन, गरिमा और समानता, आज के संकट के वक्त में भी समस्याओं से पार पाने का रास्ता दिखाते हैं।'