तेलंगाना में चुनाव ख़त्म होते ही पाँच राज्यों के एग्ज़िट पोल आ गए। इसमें भविष्यवाणी की गई कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता बरकरार रख सकती है और तेलंगाना में बीआरएस को हटाकर सत्ता में सकती है। अधिकांश सर्वेक्षणों ने मध्य प्रदेश में बीजेपी को बढ़त दिलाई है। राजस्थान में कड़ी टक्कर है, लेकिन यहाँ पर भी बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है। मिजोरम में त्रिशंकु विधानसभा हो सकती है।
मध्य प्रदेश को लेकर आए ज्यादातर सर्वे में भाजपा को आगे दिखाया गया है लेकिन कुछ सर्वे कांग्रेस को आगे बता रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं। यहां सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की ज़रूरत है। राजस्थान में भी एग्ज़िट पोल में साफ़ तौर पर न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस की सरकार बनती हुई दिख रही है। हालाँकि, अधिकतर सर्वे में बीजेपी बढ़त बनाती हुई दिख रही है।
इसी तरह से छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिज़ोरम के भी एग्ज़िट पोल आए हैं। तो सवाल है कि क्या मतगणना के नतीजे भी कुछ ऐसे ही आएंगे? पिछले अनुभवों से पता चलता है कि जब एग्जिट पोल की बात आती है तो सटीकता की कोई गारंटी नहीं होती है। 2018 के विधानसभा चुनावों में कई एग्जिट पोल का औसत राजस्थान और मध्य प्रदेश में केवल कुछ सीटों से पीछे था, लेकिन तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिज़ोरम के लिए उनकी भविष्यवाणियों और वास्तविक नतीजों में काफी अंतर था।
2018 में राजस्थान का एग्ज़िट पोल
2018 में राजस्थान के लिए सभी प्रमुख एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि कांग्रेस 200 सदस्यीय विधानसभा में 100 सीटों के बहुमत के आँकड़े को पार कर जाएगी। सीवोटर ने कहा था कि बीजेपी को 60, कांग्रेस को 137 सीटें मिलेंगी। सीएनएक्स के अनुसार बीजेपी को 85, कांग्रेस को 105, इंडिया टीवी ने बीजेपी को 80-90 व कांग्रेस को 100-110, एक्सिस माय इंडिया ने बीजेपी को 55-72, कांग्रेस को 119-141, जन की बात ने बीजेपी को 93 व कांग्रेस को 91 सीटें मिलने के आसार बताए थे। जबकि वास्तविक नतीजों में बीजेपी को 73, कांग्रेस को 100 सीटें मिली थीं।
एमपी का पिछला एग्ज़िट पोल
मध्य प्रदेश में 2018 में सीवोटर ने कांग्रेस को 110-126, बीजेपी को 90-106 सीटें मिलने के आसार बताए थे। इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया ने कांग्रेस को 104-122, बीजेपी को 102-120, सीएनएक्स ने कांग्रेस को 89, बीजेपी को 126 सीटें मिलने का अनुमान बताया था। जन की बात ने कांग्रेस को 105, बीजेपी को 118, सीएसडीएस ने कांग्रेस को 126, बीजेपी को 94 सीटें मिलने की संभावना जताई थी। जबकि वास्तविक नतीजे आए थे तो कांग्रेस को 114 और बीजेपी को 109 सीटें मिली थीं।
2018 में तेलंगाना में पांच प्रमुख एग्जिट पोल ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को बहुमत की भविष्यवाणी की थी, लेकिन इसकी जीत के पैमाने की भविष्यवाणी करने में विफल रहे। एग्ज़िट पोल के औसत ने सत्तारूढ़ पार्टी की संख्या 68 बताई, जिसमें बीआरएस अंततः 119 सदस्यीय विधानसभा में 88 सीटें जीतने में सफल रही। सर्वेक्षणों में कांग्रेस की संभावनाओं को भी बढ़ा-चढ़ाकर आंका गया और उसे 39 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया, जबकि उसकी वास्तविक संख्या सिर्फ 19 थी।
2018 में छत्तीसगढ़ में सात एग्ज़िट पोल के औसत ने भाजपा और कांग्रेस को 42-42 सीटों पर दिखाया था, लेकिन नतीजे में कांग्रेस के लिए आश्चर्यजनक रूप से आरामदायक जीत हुई। कांग्रेस 68 सीटें और बीजेपी 15 सीटें जीत पाई थी। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने कांग्रेस के लिए सबसे सटीक भविष्यवाणी की थी, लेकिन उसने भी भाजपा के प्रदर्शन को कम करके आंका। सीवोटर कांग्रेस के बहुमत की भविष्यवाणी करने वाला एकमात्र अन्य सर्वेक्षण था। टाइम्स नाउ-सीएनएक्स, एबीपी न्यूज-सीएसडीएस और इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने बीजेपी को बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की थी।
पिछले चुनाव में मिजोरम में तीन एग्जिट पोल के औसत ने सत्तारूढ़ कांग्रेस या उसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी मिजो नेशनल फ्रंट यानी एमएनएफ को पूर्ण बहुमत नहीं दिया। जबकि रिपब्लिक-सीवोटर और इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया की भविष्यवाणियों के ऊपरी बैंड ने 40 सदस्यीय विधानसभा में एमएनएफ को बहुमत के निशान पर या उससे ऊपर रखा था। एमएनएफ़ ने कांग्रेस की 4 की तुलना में 27 सीटें जीती थीं।