जानिए, किसानों के भारत बंद में क्या-क्या सेवाएँ होंगी प्रभावित

07:21 am Dec 08, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

किसानों का भारत बंद कल है। नये कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसान संघों ने बंद का आह्वान किया है। विपक्षी दलों, 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के अलावा कई और दूसरे संघों व संगठनों ने इसका समर्थन किया है। दिल्ली में किसानों का जमावड़ा है तो दिल्ली में इसका सबसे ज़्यादा प्रभाव पड़ने की संभावना है। हालाँकि, देश भर में इसका प्रभाव रहेगा। भारतीय किसान यूनियन ने जो घोषणा की है उसके अनुसार जानिए, किस वक़्त में कौन-कौन सी सेवाएँ कहाँ रहेंगी बाधित। 

  • सुबह 11 बजे से 3 तीन बजे तक चक्का जाम रहेगा। 
  • लोग 11 बजे से पहले कार्यालय आसानी से पहुँच सकेंगे।
  • 11 से 3 बजे के बीच भी दूध-सब्जी जैसी सेवाएँ भी बाधित रहेंगी।  
  • एंबुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएँ बाधित नहीं रहेंगी। 
  • शादियों की गाड़ियों को आने-जाने पर रोक नहीं रहेगी। 
  • नेशनल हाइवे और टोल प्लाजा को किसान जाम करेंगे।
  • ट्रांसपोर्ट यूनियन समर्थन में हैं तो ट्रक भी बंद हो सकते हैं।
  • बैंक यूनियन भी समर्थन में है, पर बैंकिंग सेवाएँ जारी रह सकती हैं।
  • दिल्ली-तमिलनाडु में कुछ कैब- टैक्सी यूनियन का समर्थन है। 
  • दोनों शहरों में ऑटो को लोगों को लाने-ले जाने की छूट रहेगी। 
  • मुंबई में कैब्स, टैक्सी और बसें सामान्य रूप से चलेंगी। 
  • दिल्ली और मुंबई में सब्जी और फल का कारोबार प्रभावित रहेगा। 
  • शांतिपूर्ण प्रदर्शन है फिर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। 
  • दिल्ली में सिंघू, मंगेश, टिकरी और झारोदा की सीमाएँ बंद रहेंगी। 
  • नेशनल हाइवे-44 पर दोनों तरफ़ से वाहन बंद रहेंगे। 

इन दलों ने किया है समर्थन

कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना, आम आदमी पार्टी, तेलंगाना राष्ट्र समिति, राष्ट्रीय जनता दल, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, समाजवादी पार्टी, झारखंड मुक्ति मोर्चा और इंडियन नेशनल लोकदल जैसे दलों ने बंद का समर्थन किया है। 

10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन भी साथ

10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। ये ट्रेड यूनियन हैं - इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, हिंद मजदूर सभा, सेंटर ऑफ़ इंडियन ट्रेड यूनियन, ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर, ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर, सेल्फ-एम्प्लोयड वुमन एसोसिएशन, ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस, लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस।