देशभर में कोविड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को भी इनमें बेतहाशा बढ़ोतरी हुई। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 11109 केस दर्ज किये गये। कोविड के कारण एक दिन में 27 लोगों की मौत भी हुई। आंकड़ों के अनुसार जिन राज्यों में कोविड-19 के चलते मरीजों की मौत हुई है उनमें दिल्ली में छह, महाराष्ट्र में चार, राजस्थान में तीन और छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश में एक-एक मौत हुई है।
भारत में कोविड-संक्रमण की दैनिक दर 6.78 प्रतिशत जबकि और हफ्तेवार यह 4.49 प्रतिशत की गति से बढ़ रहा है। कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों पर अब आइआइटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने अपने गणितीय मॉडल के आधार पर कोविड़ की बढ़ोत्तरी का आकलन किया है। उनके आकलन के अनुसार अभी भारत में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी जारी रहेगी।
यह मई के मध्य में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचेगा, और 50-60 हजार के आसपास तक पहुंच सकते हैं। प्रोफेसर अग्रवाल के अनुसार यह शुरुआती आकलन है। वास्तविक स्थिति का आकलन एक हफ्ते के बाद ही लगाया जा सकेगा।
कोविड के बढ़ते मामलों में वृद्धि के लिए प्रोफेसर अग्रवाल ने दो कारण बताए हैं, जिसमें से पहला यह है कि वायरस से लड़ने के लिए प्राकृतिक प्रतिरक्षा 5 प्रतिशत लोगों में कम हो गई है। दूसरा कारण कोविड का नया संस्करण है जो तेज गति से फैल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में, 90% से ऊपर और उत्तर प्रदेश में, लगभग 95% लोगों के पास प्राकृतिक प्रतिरक्षा है। प्रोफेसर अग्रवाल के अनुसार देश की जनसंख्या के हिसाब से इतने मामले बहुत बड़ी बात नहीं है।
कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में सोमवार और मंगलवार को देश भर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था, जिसमें कोविड से संबंधित तैयारियों का जांचा गया था। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया हरियाणा के झज्जर एम्स पहुंचे थे। उनके अलावा तमाम राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने भी अपने राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया था।