दिल्ली में तापमान 52.3 डिग्री पहुंचा; मौसम विभाग जाँच रहा सेंसर

10:27 pm May 29, 2024 | सत्य ब्यूरो

दिल्ली में भीषण गर्मी नयी उँचाई पर पहुँच गई। उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के मुंगेशपुर में बुधवार को अब तक का सबसे अधिक तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। एक दिन पहले ही यह तापमान क़रीब 50 डिग्री था। दिल्ली में इतना तापमान अब तक दर्ज नहीं किया गया था। राजस्थान के फलोदी क्षेत्र में भले ही 50 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया जाता रहा है।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मुंगेशपुर स्थित स्वचालित मौसम केंद्र ने दोपहर 2.30 बजे के आसपास 52 डिग्री से ज़्यादा तापमान दर्ज किया है। मुंगेशपुर स्थित स्वचालित मौसम केंद्र पर तापमान 50 डिग्री के पार पहुंचने के बाद भारतीय मौसम विभाग यानी आईएमडी ने कहा है कि ऐसा सेंसर में त्रुटि या स्थानीय कारक के कारण हो सकता है। उसने कहा है कि वह डाटा और सेंसर की जाँच कर रहा है।

इससे एक दिन पहले मंगलवार को मुंगेशपुर और उत्तरी दिल्ली के नरेला में अधिकतम तापमान 49.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इसके बाद दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़ में 49.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

मंगलवार को दक्षिण दिल्ली के आया नगर और दिल्ली विश्वविद्यालय के पास रिज पर वेधशालाओं में दर्ज किए गए उच्चतम अधिकतम तापमान ने अपने पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। आया नगर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो स्टेशन पर दर्ज किया गया अब तक का सबसे अधिक तापमान है। इसने मई 1988 में इस स्टेशन पर दर्ज किए गए 47.4 डिग्री के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बढ़ते तापमान के पीछे का कारण बताया। उन्होंने कहा कि शहर के बाहरी इलाक़े राजस्थान से आने वाली गर्म हवाओं की चपेट में सबसे पहले आते हैं। उन्होंने पीटीआई से कहा, 'दिल्ली के कुछ हिस्से इन गर्म हवाओं के जल्दी आने के लिए अतिसंवेदनशील हैं। ये पहले से ही खराब मौसम को और बदतर कर देते हैं। मुंगेशपुर, नरेला और नजफगढ़ जैसे इलाके इन गर्म हवाओं का सबसे पहले सामना करते हैं।'

आईएमडी ने दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और स्वास्थ्य को लेकर चेतावनी भी जारी की है। चेतावनी दी गई है कि सभी उम्र के लोगों में गर्मी से होने वाली बीमारी और हीट स्ट्रोक होने की बहुत ज़्यादा संभावना है और कमज़ोर लोगों के लिए अत्यधिक देखभाल की ज़रूरत है। कई राज्यों में गुरुवार को भी लू चलने की आशंका है।

हाल के वैज्ञानिक शोधों में पाया गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण हीटवेव लंबी, ज़्यादा बार-बार और ज़्यादा तेज हो रही हैं।

बिजली की ख़पत बढ़ी

रिकॉर्ड तापमान के बीच बुधवार दोपहर को शहर की बिजली की मांग भी 8,302 मेगावाट पर पहुंच गई, जो अब तक का सबसे अधिक है। डिस्कॉम अधिकारियों ने कहा कि बिजली वितरण कंपनियों ने इस गर्मी में बिजली की मांग के 8,200 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान लगाया था।

दिल्ली जल बोर्ड ने भी चेताया है कि वे पानी की बर्बादी करने वाले किसी भी व्यक्ति पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाएंगे। यह निर्णय राष्ट्रीय राजधानी में जल संकट को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।