कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक बयान को लेकर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने आज रविवार 19 मार्च को उनके दरवाजे पर दस्तक दी। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान महिलाओं के यौन शोषण को लेकर राहुल ने एक घटना का जिक्र करते हुए बयान दिया था। दिल्ली पुलिस अब उनसे उसी संबंध में जानकारी लेकर कार्रवाई करना चाहती है।
हालांकि कांग्रेस इसे राहुल को परेशान करने की कार्रवाई के रूप में देख रही है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल को असंख्य लोग मिले और राहुल को अपनी परेशानियां बताईं। इनका कोई रेकॉर्ड राहुल के पास कैसे हो सकता है। बता दें कि राहुल गांधी इस समय बीजेपी और केंद्र सरकार के निशाने पर हैं। राहुल गांधी के लंदन भाषण पर माफी की मांग कर रही बीजेपी के सांसदों ने पांच दिनों से संसद को ठप रखा है। विपक्ष अडानी का मुद्दा उठाना चाहता है लेकिन सरकार उस पर चर्चा नहीं होने दे रही है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यह तक आरोप लगाया कि राहुल देशविरोधी टूलकिट का हिस्सा हो गए हैं।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारी 16 मार्च को भेजे गए अपने नोटिस के सिलसिले में राहुल के आवास पर पहुंचे थे। दिल्ली पुलिस ने नोटिस के जरिए उन महिलाओं की जानकारी मांगी थी, जिन्होंने यौन उत्पीड़न को लेकर उनसे शिकायत की थी। राहुल गांधी ने अपने भाषणों में इसका उल्लेख करने के अलावा सोशल मीडिया पर भी डाला था। दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने राहुल गांधी को कुछ सवाल भेजे थे। राहुल गांधी को अभी इनका जवाब देना है। पुलिस ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान श्रीनगर में भी इस संबंध में बयान दिया था।
दिल्ली पुलिस राहुल गांधी से उन महिलाओं की सूचना मांग रही है ताकि कानूनी कार्रवाई की जा सके। राहुल के आवास पर विशेष पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी के खिलाफ खुद से या शिकायत के आधार पर नोटिस जारी करने का कोई कानूनी उदाहरण नहीं है। पार्टी इसे दिल्ली पुलिस द्वारा राहुल के उत्पीड़न के रूप में देखती है। पार्टी का कहना है कि पुलिस राहुल को पीड़ितों के नाम बताने के लिए मजबूर नहीं कर सकते। पुलिस की यह कार्रवाई दुर्भावनापूर्ण और फर्जी है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि अगर राहुल विवरण नहीं देते हैं तो कांग्रेस नेता को एक और नोटिस दिया जाएगा। चूंकि यह लोगों के जीवन और सुरक्षा से जुड़ा एक संवेदनशील मामला है, पुलिस टीम सबूतों और गवाहों के साथ छेड़छाड़ नहीं करने के लिए सही जानकारी एकत्र करने के लिए काम कर रही है।