यूपी के बड़े नेताओं में शुमार ओमप्रकाश राजभर पर मंगलवार को गाजीपुर में जानलेवा हमला किया गया। वो एक ब्रह्मभोज में हिस्सा लेने गए थे। वहीं पर उन पर हमला किया गया। उनके सुरक्षाकर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें सुरक्षा घेरे में लेकर बाहर निकाला।
ओमप्रकाश राजभर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष हैं और जहूराबाद से विधायक हैं। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण राजभर ने कहा है कि इस हमले में ऊंची जाति के दबंग लोगों का हाथ है और उन्होंने ही हमला किया है। ओमप्रकाश राजभर पर यह दूसरा हमला है। पहले वाले मामले की एफआईआर दर्ज है लेकिन किसी आरोपी को नहीं पकड़ा गया है। मंगलवार की घटना की जानकारी भी पुलिस को दी गई है।
राजभर की पार्टी ने पुलिस अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के अंदर आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जाते हैं तो पार्टी कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करेंगे। प्रदेश की जेलों को कार्यकर्ताओं से भर दिया जाएगा। पार्टी ने कहा कि वैसे तो योगी सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था दुरुस्त होने की बात करती है लेकिन विधायकों पर हमले बढ़ रहे हैं।
सुहेलदेव पार्टी के मऊ से विधायक अब्बास अंसारी ने हमले की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि पिछड़ों,दलितों,शोषितों सहित हर तबके की मुखर आवाज और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर चाचा पर अराजक तत्त्वों द्वारा जानलेवा हमला किया जाने की घटना बेहद निंदनीय है। सत्ता के नशे में चूर होकर एक सम्मानित जनप्रतिनिधि पर जिस तरह दबंगई से और बेखौफ होकर गुंडों ने हमला किया है वो उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का जीता जागता उदाहरण है। बता दें कि अब्बास अंसारी और उनके सांसद चाचा अफजाल अंसारी से सोमवार को ईडी ने कई घंटे तक पूछताछ की थी। अब्बास मुख्तार अंसारी के बेटे हैं।पार्टी ने बुधवार को मंडल मुख्यालय पर बैठक बुलाई है। पार्टी ने कहा है कि घटना के विरोध में ज्ञापन दिया जाएगा।