कंधार विमान अपहरण में क्या थी चार्ल्स शोभराज की भूमिका?

01:48 pm Dec 24, 2022 | सत्य ब्यूरो

19 साल बाद काठमांडू की जेल से रिहा हुए चार्ल्स शोभराज ने द इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में दिसंबर, 1999 में हुए कंधार विमान अपहरण और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर से उसकी मुलाकात के बारे में बताया है। 

चार्ल्स शोभराज ने द इंडियन एक्सप्रेस को यह इंटरव्यू साल 2016 में दिया था और अखबार से कहा था कि इसे उसके काठमांडू की जेल से रिहा होने के बाद ही छापा जाए। 

चार्ल्स शोभराज ने इस इंटरव्यू में बताया था कि वह साल 2000 से 2003 के बीच कई बार पाकिस्तान गया और इस दौरान उसकी मसूद अजहर से मुलाकात हुई थी। चार्ल्स शोभराज जब तिहाड़ जेल में था तब भी उसकी मसूद अजहर से मुलाकात हुई थी। 

इंटरव्यू में चार्ल्स शोभराज ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कंधार में विमान अपहरण के मामले में उसकी क्या भूमिका थी। 

क्या था कंधार विमान अपहरण मामला?

आगे बढ़ने से पहले यह जानना जरूरी होगा कि कंधार विमान अपहरण मामला क्या था। दिसंबर, 1999 के अंतिम हफ़्ते में नेपाल की राजधानी काठमांडू से दिल्ली के लिए उड़े इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी-814 का पांच आतंकियों ने अपहरण कर लिया था। वे उसे अमृतसर, दुबई होते हुए पहले लाहौर और वहां से अफ़गानिस्तान के कंधार शहर ले गए।

वहां उन्होंने विमान में सवार 155 बंधकों की रिहाई के एवज में मसूद अज़हर समेत 36 आतंकवादियों की रिहाई और 20 करोड़ डॉलर नक़द की मांग की थी। काफ़ी लंबी बातचीत के बाद तीन आतंकवादियों को भारत ने छोड़ दिया। ये तीन आतंकवादी थे- मसूद अजहर, अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद ज़रगर। इन तीनों को जम्मू की हाई सिक्योरिटी वाली कोट भलवाल जेल में रखा गया था। इनकी रिहाई के बाद आतंकियों ने 155 यात्रियों को छोड़ दिया गया था। ये 8 दिन तक बंधक रहे थे। 

चार्ल्स ने बताया कि उस दौरान तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह उसके सीधे संपर्क में थे। चार्ल्स के मुताबिक, विदेश मंत्री ने उससे मुलाकात के लिए पेरिस में एक दूत भेजा था। 

चार्ल्स शोभराज ने इंटरव्यू में बताया कि दूत से बातचीत के बाद उसने अजहर मसूद की पार्टी हरकत उल अंसार से संपर्क किया था। हालांकि तब उन्होंने विमान में बंधक बनाए गए यात्रियों को छोड़े जाने से इंकार कर दिया था लेकिन चार्ल्स के मुताबिक, वह मसूद की पार्टी के लोगों को इस बात के लिए मनाने में कामयाब रहे थे कि आतंकी अगले 11 दिन तक यात्रियों को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाएंगे लेकिन इसके बाद वह उनकी हत्या कर देंगे। 

चार्ल्स शोभराज ने बताया कि उसने जसवंत सिंह को फोन किया और उन्हें बताया कि किसी भी यात्री को 11 दिन तक कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और भारत के पास अब आतंकियों से बातचीत करने के लिए 11 दिन हैं।

चार्ल्स के मुताबिक, उसने कहा था कि विमान चूंकि अफगानिस्तान के कंधार में था और इसलिए भारत सरकार के पास उन यात्रियों को बचाने के लिए मसूद अजहर की रिहाई के अलावा कोई और रास्ता नहीं था। 

चार्ल्स शोभराज के मुताबिक, उनके द्वारा जसवंत सिंह को दी गई अपनी राय के बाद उनसे कहा गया कि वह मसूद अजहर को इस बात के लिए राजी करें कि वह अपने साथियों को यात्रियों की रिहाई का आदेश दे। चार्ल्स ने बताया कि पहले उसने इस बात के लिए सीधे मना कर दिया और कहा कि मसूद इस बात के लिए राजी नहीं होगा। मैंने उन्हें बताया कि 11 दिनों के बाद आतंकी यात्रियों की हत्या शुरू कर देंगे। 

बिकिनी किलर के नाम से मशहूर चार्ल्स शोभराज ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि इसके बाद उनकी जसवंत सिंह के साथ लंबी बातचीत हुई थी और उन्हें इसका एक दूसरा रास्ता भी सुझाया था।

वह रास्ता यह था कि भारत सरकार आधिकारिक तौर पर संसद की सहमति से यह बयान दे कि मसूद अजहर को 6 महीने के भीतर रिहा कर दिया जाएगा और इसके बाद वह हरकत उल अंसार से बातचीत करने की पूरी कोशिश करेगा। 

चार्ल्स के मुताबिक, जसवंत सिंह ने उनसे कहा कि वह इस मामले में कैबिनेट के साथ बातचीत करेंगे लेकिन बाद में उन्होंने मसूद अजहर को जल्द रिहा करने का रास्ता चुना। 

चार्ल्स ने द इंडियन एक्सप्रेस के पत्रकार से कहा था कि वह इस बात की पुष्टि के लिए जसवंत सिंह से खुद बात कर सकते हैं। 

इंटरव्यू के दौरान जब चार्ल्स से यह पूछा गया था कि क्या वह पाकिस्तान में किसी और के संपर्क में भी है तो उसने कहा था कि वह इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहता क्योंकि यह एक संवेदनशील मामला है। 

इस बारे में जब द इंडियन एक्सप्रेस ने खुफिया सूत्रों से बात की थी तो उन्होंने कहा था कि चार्ल्स शोभराज ने कुछ ज्यादा ही बढ़ा-चढ़ाकर दावा किया है। यहां इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि खुफिया सूत्रों ने कंधार विमान अपहरण मामले में चार्ल्स शोभराज की भूमिका नहीं होने से इनकार नहीं किया है।