भारत जोड़ो यात्रा और प्रियंका का यूट्यूब चैनल

05:18 pm Sep 06, 2022 | सत्य ब्यूरो

भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा किसी भी जगह शामिल नहीं होंगी लेकिन वो इस कार्यक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर सक्रिय हो गई हैं। उन्होंने मंगलवार को एक वीडियो जारी कर बताया कि भारत जोड़ो यात्रा कैसे आम लोगों से जुड़ी हुई है और कैसे उनके सरोकार इस यात्रा से जुड़े हैं। 

प्रियंका गांधी का यूट्यूब चैनल करीब तीन साल पुराना है। करीब 66 हजार सब्सक्राइबर हैं। लेकिन पिछले तीन महीनों से वो इस चैनल पर ज्यादा सक्रिय हैं। मंगलवार को उनका जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, उसमें उन्होंने विस्तार से बताया कि जनता के जिन मुद्दों पर चर्चा होना चाहिए उसकी बजाय अन्य मुद्दों पर चर्चा हो रही है। जनता महंगाई से परेशान है लेकिन टीवी चैनलों से बहस गायब है। 

प्रियंका वीडियो में कहती नजर आ रही हैं कि “आज की राजनीतिक चर्चा देश के लोगों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही है, इसने पूरी तरह से एक अलग मोड़ ले लिया है। राजनीति ने आज लोगों और उनके मुद्दों से आंखें मूंद ली हैं। इस 'यात्रा' के माध्यम से हम आम आदमी की समस्याओं और चिंताओं को सामने लाना चाहते हैं।"

प्रियंका ने ऐसे तमाम बुनियादी सवालों को अपने वीडियो में उठाया है। उन्होंने लोगों से इससे जुड़ने को कहा है। उन्होंने इस वीडियो में ये भी बताया है कि लोग भारत जोड़ो यात्रा से कैसे जुड़ सकते हैं। उन्होंने www.bharatjodoyatra.com वेबसाइट के बारे में भी बताया, जहां लोग इससे जुड़ सकते हैं। 

प्रियंका यूट्यूब के शॉर्ट वीडियो फीचर को भी खूब इस्तेमाल कर रही हैं। उनका भाई-बहन वाला शॉर्ट वीडियो काफी मशहूर हुआ था। इसी तरह भारत-पाकिस्तान टी20 मैच में पाकिस्तान को हराने पर खुशी जाहिर करते हुए भी प्रियंका का वीडियो सामने आया था। इसी तरह धार्मिक त्योहारों पर भी उनके वीडियो आते हैं।

केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण देश गंभीर चुनौतियों से गुजर रहा है। इन चुनौतियों से देश को ऊपर उठाने और देश के युवाओं को बचाने के लिए कांग्रेस भारत जोड़ी यात्रा शुरू करने जा रही है जिसमें हर व्यक्ति को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। 

कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी को लेकर सरकार पर हमला करती रही है और कह रही है कि ये आम लोगों के मुद्दे हैं और इस पर सभी मंचों पर चर्चा होनी चाहिए। यात्रा में मार्च, रैलियां और जनसभाएं शामिल होंगी। इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था और इस यात्रा को आगामी चुनावी लड़ाई के लिए पार्टी के रैंक और फाइल को रैली करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।