बांग्लादेश में एक मुसलिम धर्मगुरु की शवयात्रा में एक लाख से अधिक लोगों ने शिरकत की। यह ऐसे समय हो रहा है जब सरकार ने कोरोना संक्रमण के कारण सोशल डिस्टैंसिंग के दिशा निर्देश लागू कर रखे हैं। कई वरिष्ठ पुलिस अफ़सरों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है।
बांग्लादेश की राजधानी ढाका से छपने वाले अख़बार 'ढाका ट्रिब्यून' ने ख़बर दी है कि सराइल उपज़िले के ब्राह्मणबेड़िया में मौलाना ज़ुबैर अहमद के नमाज़-ए-जनाज़ा में एक लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। वह बांग्लादेश ख़िलाफ़त मजलिस के नायब-ए-अमीर यानी उप प्रमुख थे।
सराइल के सर्कल सीनियर एएसपी मुहम्मद मसूद राणा, थाना प्रभारी शहादत हुसैन और इन्सपेक्टर नुरुल हक़ को पद से हटा दिया गया है।
सोशल डिस्टैंसिंग के दिशा निर्देशों का अनुपालन करने में नाकाम रहने और इतनी बड़ी तादाद में लोगों के एकत्रित होने से नहीं रोक पाने की वजह से उनके ख़िलाफ़ यह कार्रवाई की गई है।
सराइल के असिस्टेंट इन्सपेक्टर जनरल सोहेल राणा ने इसकी पुष्टि कर दी है। सोहेल ने यह भी कहा है कि तीन सदस्यों की एक टीम बनाई गई है, जो पूरे मामले की जाँच करेगी और उसके बाद की कार्रवाई की सिफ़ारिश करेगी।