छत्तीसगढ़ के सीएम ने कहा : राज्यों से पूछे बग़ैर लॉकडाउन, राज्यों को ही लागू करना है

07:04 pm Apr 02, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

राज्य सरकारों से राय मशविरा किए बग़ैर लॉकडाउन का एलान कर देने और उसके बाद होने वाली गड़बड़ियों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले तेज़ हो गए हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमत्री भूपेश बघेल खुल कर सामने आ गए हैं और उन्होंने इस मुद्दे पर मोदी की तीखी आलोचना की है।

बघेल ने बोला हमला

बघेल ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ‘केंद्र सरकार ने न तो लॉकडाउन के एलान करने के पहले हमारी राय ली और न ही वह इस मामले से ठीक से निपट सकी है। केंद्र सरकार की ख़राब योजना का बुरा नतीजा हमें भुगतना होगा।’  

बघेल ने तल्ख़ी से कहा : 

‘इस फ़ैसले का ख़ामियाजा किसे भुगतना पड़ रहा है इस आदेश को किसे लागू करना है और जनता का ख्याल भी रखना है जब राज्यों को ही सबकुछ करना है, हमसे सलाह क्यों नहीं ली गई ऐसा होने से हम अपनी बात सामने रखते और यह मुमकिन है कि प्रवासी मज़दूरों की समस्या का कोई समाधान निकलता।’


भूपेश बघेल, मुख्यमत्री, छत्तीसगढ़

ग़रीबों को और पैसे

उन्होंने यह माँग भी कि केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र ग़रीबों के जन धन खाते में अतिरिक्त पैसे जमा करे। बघेल ने कहा, ‘केंद्र सरकार ने हर परिवार को 1,000 रुपए देने का एलान किया है, पर यह पर्याप्त नहीं है। यदि उसने हर आदमी के लिए इतनी रकम दी होती तो ठीक था। हमने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिख कर ग़रीबों को और अधिक वित्तीय मदद देने की माँग की है।’

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर जब रोक लगाई, उसके बहुत पहले उसे ऐसा करना चाहिए था। अब हमें संक्रमण फैलने की जानकारी मिल रही है।' 

बघेल ने कहा, 'जब डोनल्ड ट्रंप भारत आए थे, उनके जाने के तुरन्त बाद भारत को सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा देनी चाहिए थी और इस संकट को वहीं रोक देना चाहिए था।’

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कोरोना से लड़ने में केंद्र सरकार की भूमिका पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सिर्फ़ जाँच किट और पर्सनल प्रोटेक्टिव उपकरण ही देने हैं, पर वह भी नहीं दे रही है।