14-18 वर्ष के 25% छात्र दूसरी कक्षा की किताब भी ढंग से नहीं पढ़ सकते: असर

01:07 pm Jan 18, 2024 | सत्य ब्यूरो

यदि 14-18 साल के बच्चे दूसरी कक्षा की किताब भी धाराप्रवाह नहीं पढ़ सकते और तीसरी या चौथी कक्षा के भागफल वाले गणित के सवाल नहीं कर सकते तो शिक्षा की स्थिति का अंदाज़ा लगाना ज़्यादा मुश्किल काम नहीं है। वार्षिक शिक्षा स्थिति रिपोर्ट यानी 'असर' के आँकड़े जारी हुए हैं और इसमें शिक्षा की बेहद ख़राब स्थिति सामने आई है।

क्षेत्रीय भाषाओं में स्कूली शिक्षा पर जोर देने के बावजूद 14-18 आयु वर्ग के लगभग 25 प्रतिशत ग्रामीण बच्चे कक्षा 2 स्तर का पाठ धाराप्रवाह नहीं पढ़ सकते हैं, भले ही वह उनकी क्षेत्रीय भाषा में हो। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आधे से अधिक बच्चे 3 अंकों वाले भागफल के सवाल का हल ठीक से नहीं कर पाते हैं। इस आयु वर्ग के केवल 43.3 प्रतिशत बच्चे ही ऐसी समस्याओं का सही ढंग से समाधान कर पाते हैं। ये सवाल आमतौर पर तीसरी और चौथी कक्षा के बच्चों के लिए होते हैं। हालाँकि, सर्वेक्षण में कहा गया है कि लगभग 57.3 प्रतिशत अंग्रेजी में वाक्य पढ़ सकते हैं। और जो लोग अंग्रेजी में वाक्य पढ़ सकते हैं, उनमें से लगभग 75 प्रतिशत उनके अर्थ बता सकते हैं।

ये आँकड़े असर 2023 'बियॉन्ड बेसिक्स' नाम के सर्वे में सामने आए हैं। 26 राज्यों के 28 जिलों में सर्वे किया गया था। असर की टीम 14-18 वर्ष आयु वर्ग के कुल 34,745 युवाओं तक पहुँची। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को छोड़कर, जहां दो ग्रामीण जिलों का सर्वेक्षण किया गया है, प्रत्येक प्रमुख राज्य में एक ग्रामीण जिले का सर्वेक्षण किया गया है। युवाओं की वर्तमान गतिविधि और बुनियादी और व्यावहारिक कार्यों को करने की उनकी क्षमता के संबंध में डेटा जुटाया गया। हालाँकि, सभी जिलों में काफी अंतर पाया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार लड़कियाँ (76 प्रतिशत) अपनी क्षेत्रीय भाषा में दूसरी कक्षा का पाठ पढ़ने में पुरुषों (70.9 प्रतिशत) की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करती हैं। सर्वेक्षण से पता चलता है कि इसके विपरीत, अंकगणित और अंग्रेजी पढ़ने में लड़के लड़कियों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं।

ASER

पहली बार असर ने कक्षा 11 और 12 और कॉलेज में नामांकित छात्रों के रिकॉर्ड को भी दर्ज किया है। कक्षा 11 और 12 में, 54% कला और मानविकी में, 9.3% वाणिज्य में और 33.7% विज्ञान में नामांकित हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों (36.3%) की तुलना में महिला छात्रों के विज्ञान स्ट्रीम (28.1%) में नामांकित होने की संभावना कम है।

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि जो छात्र 11 और 12 वीं में विज्ञान में हैं, उन्होंने 9वीं में बेहतर प्रदर्शन किया था, इसलिए उन्हें विज्ञान स्ट्रीम में चुना गया है, और इसलिए उनके ग्रेड स्तर पर होने की अधिक संभावना है।

डिजिटल शिक्षा कैसी?

रिपोर्ट में कहा गया है कि क़रीब 90 फीसदी युवाओं के घर में स्मार्टफोन हैं और वे इसका इस्तेमाल करना जानते हैं। महिलाओं (19.8 प्रतिशत) की तुलना में दोगुने पुरुष (43.7 प्रतिशत) स्मार्टफोन का उपयोग कर सकते हैं। सर्वेक्षण में शामिल लगभग 90.5 प्रतिशत युवा सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं, लेकिन उनमें से लगभग आधे ही ऑनलाइन सिक्योरिटी सेटिंग्स को जानते हैं।

दो-तिहाई स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं ने इसका उपयोग शिक्षा से संबंधित कुछ गतिविधियों जैसे ऑनलाइन वीडियो देखने, सवालों को हल करने या नोट्स के लिए किया है। एक चौथाई से थोड़ा अधिक लोग ऑनलाइन सेवाओं के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं जिनमें ऑनलाइन भुगतान करना, फॉर्म भरना, बिल का भुगतान करना या टिकट बुक करना शामिल है।

लगभग 80 प्रतिशत युवाओं ने बताया कि वे अपने स्मार्टफोन का उपयोग मनोरंजन से संबंधित गतिविधि, जैसे फिल्म देखना या संगीत सुनना, करने के लिए करते हैं। लगभग 70 प्रतिशत युवा किसी प्रश्न का उत्तर खोजने के लिए इंटरनेट ब्राउज़ कर सकते हैं, और लगभग दो-तिहाई अलार्म सेट कर सकते हैं। एक तिहाई से कुछ अधिक लोग गूगल मानचित्र का उपयोग कर सकते हैं।