प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी शहर ह्यूस्टन में हाऊडी मोडी कार्यक्रम में भाषण करते हुए यह दावा किया भारत में सबकुछ ठीक है। अपने भाषण की शुरुआत में ही कहा, 'लोग कहते हैं, हाऊडी मोडी। लेकिन मैं कहता हूं भारत कैसा है। मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि भारत मे सबकुछ अच्छा है, सब ठीक है।'
मोदी ने यह बात बांग्ला, गुजराती, तमिल, तेलुगु समेत कई भाषाओं में दुहराई। उन्होंने उसके बाद खुद बताया कि उन्होंने एक ही बात कई भाषाओं में कही है और वह यह है कि भारत में सबकुछ अच्छा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने कई भाषाओं में यह बात इसलिए कही है कि भारत विविधता भरा देश है, जहाँ कई सदियों से कई भाषाएँ बोली जाती हैं। भारत विविधता में एकता जीता जागता उदाहरण है और यही उसकी ताक़त भी है।
गाँधी को याद किया
मोदी ने ह्यूस्टन में अपनी सरकार की उपलब्धियाँ गिनाते हुए महात्मा गाँधी को भी याद किया, उन्होंने कहा, 'इस साल जब भारत महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएगा तो खुले में शौच से मुक्ति दे देगा।' उन्होंने कहा कि हमने अच्छी योजनाओं से वेलफेयर किया है, जबकि बेवजह बाधा पैदा करने वाली चीजों का फेयरवेल भी किया है। हमने 150 साल से ज्यादा तमाम कानूनों को फेयरवेल दिया है। टैक्स के मकड़जाल को भी हमने फेयरवेल देते हुए जीएसटी लागू किया।मोदी ने भारत और अमेरिका के संबंधों पर ज़ोर देते हुए कहा, 'हम यहाँ नई हिस्ट्री और केमिस्ट्री बनते हुए देख रहे हैं। एनआरजी स्टेडियम की यह एनर्जी भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती सिनर्जी की गवाह है। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का यहाँ आना और अमेरिका के महान लोकतांत्रिक देशों के अलग-अलग प्रतिनिधियों का आना भारत के 1.3 अरब लोगों का सम्मान है।'
मोदी के भाषण से लग रहा था कि वह भारत के लोगों को संबोधित कर रहे हैं और उनके निशाने पर वे लोग ही हैं। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि वह वहाँ भी शौचालय बनने और गैस कनेक्शन देने की बात कह रहे थे। अमेरिका में बसे भारतीयों को इसमें दिलचस्पी कम हो सकती है। इसके साथ ही मोदी बार-बार अपनी सरकार की तारीफ़ कर रहे थे और यह दावा कर रहे थे कि उनके 5 साल में जितन काम हुआ, पहले कभी नहीं हुआ था। ऐसा लग रहा था कि मोदी अमेरिका के ह्यूस्टन शहर नहीं, भारत के किसी शहर में हैं और विधानसभा चुनाव की प्रचार सभा में बोल रहे हैं।