वरिष्ठ अधिवक्ता आर वेंकटरमणि को भारत का नया अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया है। वह तीन साल की अवधि के लिए इस पद पर रहेंगे। वेंकटरमणि नए ए-जी के रूप में के के वेणुगोपाल का स्थान लेंगे।
वेंकटरमणी की अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्ति के संबंध में अधिसूचना आज कानूनी मामलों के विभाग, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय द्वारा जारी की गई है। कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू के कार्यालय ने एक ट्वीट में नियुक्ति की पुष्टि की।
किरेन रिजिजू के कार्यालय ने ट्वीट किया है, 'माननीय राष्ट्रपति, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री आर. वेंकटरमणी को दिनांक 1 अक्टूबर, 2022 से भारत के महान्यायवादी के पद पर नियुक्त करती हैं।'
एटॉर्नी जनरल यानी ए-जी भारत सरकार का पहला क़ानून अधिकारी है, और देश के सभी न्यायालयों में सुनवाइयों में शामिल होने का अधिकार रखता है।
मौजूदा ए-जी के के वेणुगोपाल का कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है। वह 91 वर्ष के हैं और उनके कार्यकाल का तीसरी बार विस्तार दिया गया था।
वेणुगोपाल ने सरकार को बता दिया था कि उनकी बढ़ती उम्र को देखते हुए वह अपने मौजूदा कार्यकाल की समाप्ति के बाद पद पर नहीं रह पाएंगे।
वेणुगोपाल के पदभार संभालने से पहले मुकुल रोहतगी 2014-17 के बीच ए-जी थे। मुकुल रोहतगी को फिर से ए-जी बनाए जाने का प्रस्ताव दिया गया था लेकिन उन्होंने सरकार के शीर्ष वकील के रूप में भारत के अटॉर्नी जनरल के रूप में पद पर फिर से लौटने के केंद्र के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था।