आप के विधायक सोमनाथ भारती फिर सुर्खियों में हैं। इस बार दिल्ली में नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के राय बरेली में। पहले उन पर स्याही फेंकी गई और बाद में उन्हें ही कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान देने के लिए गिरफ़्तार कर लिया गया। यूपी पुलिस ने कहा है कि सोमनाथ द्वारा कथित तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के अस्पतालों का ज़िक्र कर आपराधिक धमकी दी गई और समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा दिया गया। हालाँकि, स्याही फेंके जाने के मामले में अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि वह मामले की जाँच कर रही है।
इस मामले की शुरुआत तब हुई जब वह एक गेस्ट हाउस से बाहर निकल रहे थे और तभी एक युवक ने उन पर स्याही फेंक दी।
स्याही फेंके जाने के तुरंत बाद भारती ने एक वीडियो क्लिप को भी रीट्वीट किया, जिसमें उन्हें राज्य में 'महिलाओं पर अत्याचार' की बात कहते हुए योगी आदित्यनाथ के लिए 'अपमानजनक शब्द' का इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है। 'एनडीटीवी' की रिपोर्ट के अनुसार, रायबरेली के पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने कहा, 'आप विधायक पर स्याही फेंकी गई, और मामले की जाँच की जा रही है।'
स्याही फेंके जाने के क़रीब एक घंटे बाद ही अमेठी पुलिस ने राय बरेली में दिल्ली की केजरीवाल सरकार में पूर्व में क़ानून मंत्री रहे सोमनाथ भारती को गिरफ़्तार कर लिया।
यह गिरफ़्तारी उस मामले में हुई है जिसमें बीजेपी के कार्यकर्ता सोमनाथ साहू ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पिछले हफ़्ते उन्होंने कथित तौर पर आपत्तिजनक बयान दिया था।
एक वीडियो में कथित तौर पर सोमनाथ भारती को यह कहते सुना जा सकता है कि 'उत्तर प्रदेश के अस्पतालों में बच्चे तो पैदा हो रहे हैं, लेकिन कुत्तों के'। इस बयान के बाद सोमनाथ भारती पर जगदीशपुर थाने में केस दर्ज किया गया।
इस विवाद के बीच ही सोमनाथ भारती को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने पर भी सोमनाथ भारती ने सवाल उठाया है। उन्होंने ट्वीट किया है, 'यह जानकर ताज्जुब हुआ कि मेरी ज़मानत की अर्जी 13 जनवरी तक लंबित रखी गई है और मुझे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।'
बता दें कि पिछले दिनों सोमनाथ भारती ने केजरीवाल मॉडल और उत्तर प्रदेश के स्कूलों की तुलना की थी। इसी दौरान उन्होंने अस्पतालों में कुत्तों के बच्चे वाला बयान दे दिया था। सोमनाथ भारती ने ऐसा इसलिए कहा था क्योंकि वह प्रयागराज के सरकारी अस्पताल में गए थे तो वहाँ कुत्ते के बच्चे उन्हें टहलते मिले थे।