अडानी मुद्दे पर बीआरएस और आप सांसदों ने आज सोमवार 13 मार्च को संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। दोनों राजनीतिक दलों के सांसदों ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग की। दिल्ली शराब नीति मामले में आप नेता मनीष सिसोदिया और बीआरएस पार्टी की एमएलसी के. कविता से ईडी ने पूछताछ की है। इसके अलावा कई विपक्षी नेताओं को भी सीबीआई और ईडी ने टारगेट किया है।
आप के संजय सिंह और बीआरएस के सांसदों ने आज लोकसभा और राज्यसभा में केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग को लेकर ध्यानाकार्षण प्रस्ताव का भी नोटिस दिया है। लेकिन इन नोटिसों को स्वीकार किए जाने की कोई सूचना सांसदों के पास नहीं है। यही वजह है कि दोनों दलों ने संसद के बाहर गांधी प्रतिमा पर प्रदर्शन का रास्ता चुना।
सीबीआई और ईडी के खिलाफ आप, बीआरएस और बिहार की आरजेडी सबसे ज्यादा मुखर हैं। ईडी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता से दिल्ली कार्यालय में 9 घंटे से अधिक पूछताछ की। ईडी ने उन्हें 16 मार्च को फिर से तलब किया है। दिल्ली शराब नीति मामले में उनसे यह पूछताछ की जा रही है।
इसी शराब नीति मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जेल में हैं। उनको पहले सीबीआई ने गिरफ़्तार किया था और बाद में ईडी ने। अब दिल्ली शराब नीति मामले की जांच का मुख्य फोकस बिचौलियों, व्यापारियों और राजनेताओं के एक कथित नेटवर्क पर है जिसे केंद्रीय एजेंसियों ने 'साउथ ग्रुप' कहा है।
ईडी ने आरोप लगाया है कि 'साउथ ग्रुप' की कंपनियों की मदद करने के लिए शराब नीति में बदलाव किया गया और सिसोदिया ने बिना किसी परामर्श के नीति को उनके पक्ष में कर दिया। इसी 'साउथ ग्रुप' के लोगों में से एक के कविता पर आरोप लगाया जा रहा है। उनके पिता के चंद्रशेखर राव केंद्र में एक प्रमुख विपक्षी नेता हैं। चंद्रशेखर राव ने हाल ही में आप प्रमुख केजरीवाल से मिलकर विपक्षी एकता का दूसरा मोर्चा या गठबंधन बनाने की कोशिश की थी। चंद्रशेखर राव ने टीएमसी की ममता बनर्जी और जेडीयू के नीतीश कुमार से भी इस सिलसिले में बातचीत की थी।
दूसरी तरफ आरजेडी के संस्थापक लालू यादव और बिहार के सीएम नीतीश कुमार कांग्रेस को लेकर विपक्षी एकता की कोशिश कर रहे हैं। लालू यादव और उनका परिवार, कई रिश्तेदार इस समय सीबीआई जांच, ईडी छापे और पूछताछ का सामना कर रहे हैं। पूर्व सीएम राबड़ी देवी, लालू यादव और मौजूदा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से सीबीआई और ईडी ने जमीन के बदले नौकरी मामले में पूछताछ की है। इस पर आरजेडी ने कहा कि मोदी सरकार विपक्षी एकता से घबरा रही है और हताशा में ऐसी कार्रवाई कर रही है।
ईडी की जांच पर प्रतिक्रिया में बीआरएस प्रमुख केसीआर ने कहा, 'बीजेपी को जो करना है करने दीजिए, हम पीछे नहीं हटेंगे।' केसीआर ने कहा कि बीजेपी तेलंगाना में और देश में विपक्षी पार्टी के नेताओं के लिए भी छापे, तलाशी, ईडी/आईटी समन के जरिए परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रही है। लेकिन विपक्षी एकता बीजेपी के मंसूबों को नाकाम कर देगी।