भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि वो कनाडा से "अस्थायी रूप से वीजा आवेदनों पर कार्रवाई करने में असमर्थ है।" कनाडा में एक प्राइवेट एजेंसी बीएलएस इंटरनेशनल की सेवाएं विदेश मंत्रालय ने वीजा प्रक्रिया पूरी करने के लिए ले रखी हैं। बीएलएस इंटनेशनल ने कहा है कि इसकी सेवाओं को "परिचालन (ऑपरेशनल) कारणों से" अगली सूचना तक निलंबित कर दिया गया है।".
पीटीआई के मुताबिक भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा, "आप कनाडा में हमारे उच्चायोगों और वाणिज्य दूतावासों के सामने आने वाले सुरक्षा खतरों से अवगत हैं... इससे उनका सामान्य कामकाज बाधित हो गया है। इसलिए, हमारे उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास अस्थायी रूप से वीजा आवेदनों पर कार्रवाई करने में असमर्थ हैं।" बागची ने कहा कि हम हालात का लगातार जायजा ले रहे हैं।
भारत-कनाडा संबंध पिछले सोमवार से बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाया कि उसके एजेंट 18 जून 2023 को मारे गए खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल हैं। इसके पुख्ता सबूत मिले हैं और इसकी जांच कराई जा रही है। इसके बाद कनाडा ने एक भारतीय डिप्लोमैट को निष्कासित कर दिया। जवाब में भारत ने कनाडा के आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताया। भारत ने कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया। उसके बाद कनाडा ने कहा कि वो भारत को उकसाना नहीं चाहता लेकिन भारत को इस हत्या के बाद उठे सवालों के जवाब देने होंगे। इसके बाद अब अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने कनाडा के रुख का समर्थन कर दिया है।
इस महीने दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जस्टिन ट्रूडो के साथ बातचीत के बाद भारत-कनाडा संबंध खराब हो गए थे। मोदी ने कनाडा में खालिस्तानियों की बढ़ती गतिविधियों को लेकर सवाल उठाए थे और भारतीय मंदिरों में तोड़फोड़ की निन्दा की थी। इस पर कनाडा के पीएम ने कहा कि कनाडा मानवाधिकार और अभिव्यक्ति की आजादी को बहुत महत्व देता है, वो इस पर कोई समझौता नहीं कर सकता।
इसके बाद जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कहा, "कनाडाई धरती पर एक कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी विदेशी सरकार की संलिप्तता हमारी संप्रभुता का अस्वीकार्य उल्लंघन है। यह उन मौलिक नियमों के विपरीत है जिनके द्वारा स्वतंत्र, खुले और लोकतांत्रिक समाज अपना आचरण करते हैं।" .
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार प्रधानमंत्री मोदी को सारे घटनाक्रम से अवगत कराया और अब तक उठाए गए कदमों से उन्हें अवगत कराया। कनाडा के मामले में भारत सरकार के स्टैंड का भारत की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने समर्थन किया है।
इस बीच कनाडा सरकार ने कनाडा में सुरक्षा जोखिमों के बारे में भारत द्वारा जारी यात्रा एडवाइजरी को खारिज कर दिया है। कनाडा ने कहा कि कनाडा दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक है। उसने एक खालिस्तानी की हत्या पर दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनयिक विवाद के बीच शांति का आह्वान किया है।
भारत ने बुधवार को एक यात्रा एडवाइजरी जारी करते हुए कनाडा में रह रहे भारतीयों और छात्रों से कहा था कि वो उन इलाकों में यात्रा न करें, जहां हाल ही में नफरती घटनाएं हुई हैं। भारत की यह एडवाइजरी तब सामने आई जब कनाडा में खालिस्तानी तत्वों ने वहां रह रहे हिन्दुओं से कनाडा छोड़कर जाने को कहा। कनाडा में करीब 3,80,000 हिन्दू रहते हैं।