केरल: वायनाड में भूस्खलन से 100 से ज़्यादा मौतें हुईं
#Wayanad, केरल में भारी भूस्खलन से कई मौतें और घायल हुए, लोग। #ndrf बचाव अभियान में जुटी है। #प्रधानमंत्री और #मुख्यमंत्री ने मदद की घोषणा की। सभी प्रभावितों की #सुरक्षा और शीघ्र सुधार के लिए प्रार्थना। #WayanadLandslide #Kerala @NDRFHQ @PMOIndia #Accident #Landslide #disaster… pic.twitter.com/yFWDKMn96f
— Hindi States (@HindiStates) July 30, 2024
केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में मंगलवार सुबह हुए भारी भूस्खलन के बाद कम से कम 55 लोगों के मारे जाने की आशंका है, जबकि कई अन्य लापता हैं। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने अग्निशमन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित क्षेत्र में भेजा है, जहां सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों के साथ एनडीआरएफ की एक अतिरिक्त टीम भी सहायता के लिए पहुंच गई है।
Heartbreaking tragedy in Wayanad due to a massive landslide- the death toll could go up to 100 seeing the extent of damage pic.twitter.com/SSvLnNKmXC
— Akshita Nandagopal (@Akshita_N) July 30, 2024
भारी बारिश की से बचाव प्रयासों में बाधा आ रही है। मलप्पुरम में चालियार नदी से कम से कम 15 शव बरामद किए गए और कई अन्य के बह जाने की आशंका है। पुलिस ने कहा है कि नदी से और शव निकाले जा रहे हैं। मुंडक्कई में कई घर, दुकानें और वाहन मलबे में दब गए हैं। घटनास्थल पर एक पुल बह गया है, जिससे बचाव कार्य और भी जटिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आश्वासन दिया है कि एक अस्थायी पुल बनाने, हेलीकॉप्टर द्वारा लोगों को निकालने के लिए सेना की सहायता ली जाएगी। पीएम मोदी ने घटना पर दुख जताया और पूरी मदद का भरोसा दिया है। विपक्ष के नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने भी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की, और कहा, “मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं उन्हें जल्द ही सुरक्षित लाया जाएगा… मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ तालमेल बनाने, एक कंट्रोल रूम स्थापित करने का अनुरोध किया है। और राहत प्रयासों के लिए आवश्यक किसी भी सहायता के बारे में हमें सूचित करें।"
केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया "आज (मंगलवार) सुबह लगभग 3 बजे, वायनाड में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ और बचाव अभियान जारी है। हम अपने लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। अब तक हमें अलग-अलग अस्पतालों में 24 शव मिले हैं और कई घायल हैं, उनका इलाज चल रहा है. हमने स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग में नियंत्रण कक्ष खोले हैं। हमने वायनाड में और दवाएं भेजी हैं।”
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अलर्ट किया है कि केरल में चल रही अत्यधिक भारी वर्षा गतिविधि अगले 24 घंटों तक जारी रहने की संभावना है, खासकर मध्य से उत्तरी केरल तक।
केरल के वायनाड में भूस्खलन के दृश्य अत्यंत दुखद है। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं।
— Rajit Chaudhary (@Rajit7171) July 30, 2024
लैंडस्लाइड से प्रभावित हुए परिवारों, लापता और दिवंगत के लिए हमारी दुआएं। #WayanadLandslide pic.twitter.com/9vSHQwkfm0
अधिकारियों ने बताया कि वायनाड भूस्खलन पीड़ितों के पंद्रह शव मलप्पुरम में चलियार नदी सी पोथुकल्लू से बरामद किए गए। पोथुकल्लू पुलिस ने कहा, अभी भी और शव निकाले जा रहे हैं। चालियार नदी की एक सहायक नदी वायनाड की मेप्पडी पहाड़ियों से बहती है, जहां मंगलवार को भूस्खलन हुए।
Man stuck in mud in Mundakayi area, Wayanad, Kerala.#WayanadLandslide #Wayanad #Kerala #BREAKING pic.twitter.com/yWQKsTe53r
— Chaudhary Parvez (@ChaudharyParvez) July 30, 2024
केरल सरकार ने सेना से सहायता मांगी है। पीटीआई के अनुसार, बचाव प्रयासों में सहायता के लिए 122 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) मद्रास की एक टीम को तैनात किया गया है, जिसमें 43 सदस्य शामिल हैं। भूस्खलन से व्यापक क्षति हुई है, घर नष्ट हो गए हैं। पेड़ उखड़ गए हैं। मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा जैसे गांव अलग-थलग पड़ गए हैं और कई निवासी फंसे हुए हैं। मनोरमा की रिपोर्ट के अनुसार, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कासरगोड और कन्नूर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
मुंडक्कई स्थित ट्रीवैली रिसॉर्ट के कर्मचारी जिलसन के अनुसार, पहला भूस्खलन मंगलवार सुबह 2.30 से 3 बजे के बीच हुआ। पहली घटना के बाद, घाटी में रहने वाले कई परिवार रिसॉर्ट की ओर दौड़ पड़े। हमारे पास लगभग 120 ग्रामीण आए जिन्होंने रिसॉर्ट में शरण मांगी। हमें नहीं पता कि गांव में दूसरों के साथ क्या हुआ. इनमें से कई को चोटें आई हैं। सबसे जरूरतमंदों को इलाज उपलब्ध कराया गया है। मलबे के विशाल प्रवाह ने यहां बहने वाली नदी की दिशा बदल दी है। वाहन और घर बह गए हैं।'' उन्होंने कहा। इस क्षेत्र में कई रिसॉर्ट हैं, लेकिन वायनाड जिला प्रशासन के मौसम अलर्ट के बाद इन दिनों पर्यटकों को नहीं ठहराया गया।''