दिल्ली हाई कोर्ट ने पुलिस कार्रवाई में घायल जामिया के एक छात्र की याचिका पर सुनवाई करने के बाद केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। घायल छात्र ने दो करोड़ रुपए के हर्जाने की माँग करते हुए अदालत में याचिका दायर की थी।
शय्यान मुजीब नाम के इस छात्र का कहना है कि जामिया मिल्लिया इसलामिया परिसर में 15 फरवरी को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई में उसके दोनों पैर बुरी तरह ज़ख़्मी हो गए। उसका कहना है कि उसने अपने इलाज पर दो लाख रुपए खर्च किए हैं।
वीडियो आया सामने
जामिया में हुए विरोध प्रदर्शन से जुड़े एक अहम घटनाक्रम में दो महीने पहले जामिया मिल्लिया इसलामिया कैंपस में 'पुलिस बर्रबरता' का एक वीडियो सामने आया है। इसमें दिख रहा है कि हॉल में एक साथ कई पुलिस कर्मी घुसते हैं और बैठकर पढ़ाई कर रहे छात्रों को पुलिसकर्मी लाठियों से पीटने लगते हैं।इस वीडियो को जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया है। यह घटना तब की है जब जामिया के छात्र नागरिकता क़ानून और एनआरसी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे थे और उस दिन हिंसा हुई थी। इसके बाद पुलिस ने कैंपस में घुसकर देर शाम को कार्रवाई की थी।
पुलिस पर बरर्बता करने के आरोप लगे थे, लेकिन पुलिस ने हल्की कार्रवाई किए जाने की बात कही थी। जामिया कोऑर्डिनेशन कमिटी ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर जारी किया है। इसमें इसने लिखा है, 'ओल्ड रीडिंग हॉल के फ़र्स्ट फ़्लोर- एम.ए/एम फ़िल सेक्शन में पुलिस बरर्बता की एक्सक्लूसिव सीसीटीवी फ़ुटेज।'