हरियाणा में सरकार बनाने के लिए राजनीतिक हलचल तेज़ हो गई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर दिल्ली पहुँच चुके हैं। वह बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और बीजेपी हरियाणा प्रभारी अनिल जैन से मिलेंगे। माना जा रहा है कि सरकार बनाने का दावा पेश कर आज ही शपथ ग्रहण भी कराया जा सकता है। खट्टर ने पत्रकारों से कहा कि मैं आशावादी हूँ और हम सरकार बनाने जा रहे हैं। हालाँकि, उन्होंने इसकी घोषणा नहीं की कि वह ऐसा कब करेंगे। त्रिशंकु विधानसभा होने की वजह से बीजेपी को सरकार बनाने के दावे से लेकर शपथ ग्रहण कराने तक की जल्दी है। बहुमत के आँकड़े से छह सीटें कम रहने और 40 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी रहने वाली बीजेपी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
नब्बे विधानसभा सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटों की ज़रूरत है, लेकिन सत्तारूढ़ बीजेपी को इस बार सिर्फ़ 40 सीटें ही मिली हैं। लिहाज़ा, उसे दोबारा सरकार बनाने के लिए 6 और विधायकों की ज़रूरत है। ख़ास बात यह है कि निर्दलीयों में से 5 बीजेपी के बाग़ी हैं। ऐसे में इन्हें मनाना बीजेपी के लिए आसान भी नहीं है। लेकिन मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कुछ नव निर्वाचित उम्मीदवारों ने बीजेपी को समर्थन देने की बात कही है। एक रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे. पी नड्डा. के दिल्ली स्थित घर पर उनसे मुलाक़ात की है। हरियाणा के सिरसा से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल गुरुवार देर शाम गोपाल कांडा को लेकर दिल्ली रवाना हुई थीं। रनिया विधानसभा से जीतकर आए रंजीत सिंह ने खुले तौर पर बीजेपी को समर्थन का एलान कर दिया है।
इस बीच ख़बर है कि बीजेपी जेजेपी को भी साथ रखने की कोशिश कर रही है। जेजेपी ने कहा है कि उसको दोनों यानी बीजेपी और कांग्रेस की तरफ़ से आमंत्रण मिला है। हालाँकि जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला के इस पूरे मामले में ख़ुलासा शाम चार बजे के बाद करने की संभावना है। वह अपनी पार्टी के विधायकों और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने वाले हैं। हालाँकि चुनाव में बीजेपी को बहुमत नहीं मिलने और जेजेपी को 10 सीटें मिलने के बाद दुष्यंत को किंगमेकर कहा जा रहा था। लेकिन सात सीटों पर निर्दलीय के चुनाव जीतने के बाद स्थिति थोड़ी बदल गई है।
कांग्रेस नेता डीएस हुड्डा ने कहा है, 'खट्टर सरकार का हिस्सा बनने जा रहे निर्दलीय विधायक अपनी राजनीतिक कब्र खोद रहे हैं। वे लोगों का भरोसा बेच रहे हैं। हरियाणा के लोग ऐसा करने वालों को कभी माफ़ नहीं करेंगे। लोग उन्हें जूते से मारेंगे।' बता दें कि कांग्रेस पार्टी 31 सीटों के साथ राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। मतगणना के दौरान तो एक समय यह माना जा रहा था कि कांग्रेस और जेजेपी साथ मिलकर सरकार बना सकती हैं। लेकिन आख़िरी चुनाव नतीजों ने स्थिति को बदल दिया।