इजराइल और हमास के बीच युद्ध का सोमवार को तीसरा दिन है। दोनों तरफ से भीषण लड़ाई जारी है। इजराइल ने जहां ग़ज़ा को पूरी तरह तबाह कर दिया है, वहीं हमास के लड़ाके दक्षिणी इजराइल में अभी भी मौजूद हैं। हमास ने बड़े पैमाने पर लोगों को इजराइली, अमेरिकी नागरिकों को बंधक बना लिया है। तीन दिवसीय संघर्ष में दोनों पक्षों के 1,100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि इज़राइल में 44 सैनिकों सहित 700 से अधिक लोग मारे गए हैं। हमास का कहना है कि हमने यह हमला येरुशलम में अल अक्सा मसजिद में इजराइल की उकसावे वाली लगातार कार्रवाई के बाद किया है। इजराइल ने अब तक लाखों फिलिस्तीनियों को मारकर उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया है।
ग़ज़ा को करीब एक लाख इजराइल फौजों ने चारों तरफ से घेर लिया है। इज़राइली रक्षा मंत्री, योव गैलेंट ने सोमवार को कहा कि ग़ज़ा पर इजराइल "पूर्ण घेराबंदी" कर रहा है। उन्होंने कहा कि "ग़ज़ा के लोगों के लिए कोई बिजली, कोई भोजन, कोई पानी और कोई ईंधन नहीं है।" इज़राइल-फिलिस्तीन लड़ाई 48 घंटे से अधिक समय से जारी है।
- संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत एजेंसी के अनुसार, इजराइली हवाई हमलों और घरों और अपार्टमेंट पर की गई गोलाबारी ने ग़ज़ा में लगभग 123,538 फिलिस्तीनियों को बेघर कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने अपने नवीनतम अपडेट में कहा कि अपने घरों से भागने को मजबूर हुए लोगों में से कई लोग लगभग 64 स्कूलों में शरण ले रहे हैं। इज़राइली हमलों में नष्ट हुई उल्लेखनीय इमारतों में आवासीय इकाइयों की कई मंजिलों वाले चार बड़े टावर शामिल हैं, इसमें कहा गया है कि कुल 159 आवास यूनिट को मलबे में बदल दिया गया है। जबकि 1,210 को गंभीर नुकसान हुआ है।
- अल जज़ीरा के रिपोर्टरों ने ग़ज़ा से ग्राउंड रिपोर्टिंग करते हुए बताया कि इजराइल ने पिछले कुछ घंटों में फिलिस्तीनी इलाके पर बमबारी तेज कर दी है। ग़ज़ा का आसमान इजराइली लड़ाकू विमानों और ड्रोनों से भरा हुआ है। ग़ज़ा पट्टी के कुछ कस्बों, विशेष रूप से बेत हनून में, एक घंटे से अधिक समय तक लगातार बमबारी देखी गई है। रिपोर्टरों ने कहा कि हताहतों की सटीक संख्या स्पष्ट नहीं है क्योंकि चिकित्सा टीमें प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने में असमर्थ हैं, उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीनी समूहों ने भी दक्षिणी इज़राइल में रॉकेटों की बौछार भी की है।
- हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि इजराइल पर हमले के बाद समूह ने 100 से अधिक लोगों को बंदी बना रखा है। मूसा अबू मरज़ौक ने अरबी भाषा के समाचार आउटलेट अल-ग़द में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ''गिरफ्तार किए गए लोगों में वरिष्ठ इज़राइली अधिकारी भी शामिल हैं।''
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इजराइल-हमास युद्ध पर बयान पर सहमत नहीं हो पाई। अमेरिका ने परिषद के 15 सदस्यों से हमास की कड़ी निंदा करने का आह्वान किया, लेकिन राजनयिकों ने कहा कि रूस के नेतृत्व वाले सदस्य हमास की निंदा करने के बजाय समस्या के हल पर ध्यान देने की बात कह रहे थे।
- ईरान ने इज़राइल के भीतर हमास द्वारा किए गए अभूतपूर्व हमलों में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने एक बयान में कहा, "हम दृढ़तापूर्वक फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े हैं, हालांकि, हम फिलिस्तीन के इस एक्शन में शामिल नहीं हैं क्योंकि यह पूरी तरह से फिलिस्तीन द्वारा ही किया गया है।" बयान में कहा गया, "फिलिस्तीन ने जो भी कदम उठाया है वो सात दशकों के दमनकारी कब्जे और नाजायज ज़ायोनी शासन (Zionist regime) द्वारा किए गए जघन्य अपराधों के खिलाफ पूरी तरह से वैध बचाव हैं।"
- अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दावा किया कि इज़राइल में बड़े पैमाने पर हमले में 1,000 से अधिक हमास लड़ाकों ने भाग लिया। इजराइल में कई अमेरिकी या तो मारे गए हैं या हमास ने उन्हें बंधक बना लिया है। यही वजह है कि अमेरिका ने इजराइल की मदद के लिए वॉरशिप और कई सैन्य उपकरण भेजे हैं।
- इज़राइली बचाव सेवा ज़का ने कहा कि उसके कार्यकर्ताओं ने ग़ज़ा पट्टी के पास संगीत समारोह से लगभग 260 शव निकाले, जिसमें हजारों लोग शनिवार को फिलिस्तीन स्थित हमास लड़ाकों के हमले का शिकार हुए थे। कुल आंकड़ा अधिक होने की उम्मीद है क्योंकि अन्य कार्यकर्ता टीमें क्षेत्र में काम कर रही हैं। समझा जाता है कि हमास का पहला हमला इसी संगीत समारोह पर हुआ, क्योंकि समारोह में हजारों लोग जमा थे।
इज़राइली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनके देश ने हमास के साथ चल रहे युद्ध के लिए गाजा के पास 100,000 रिजर्व सैनिकों को तैनात किया है। एक वीडियो में जोनाथन कॉनरिकस ने कहा, "हमने लगभग 100,000 रिजर्व सैनिकों को जमा किया है जो वर्तमान में दक्षिणी इज़राइल में हैं।" उन्होंने कहा, "हमारा काम यह तय करना है कि इस युद्ध के अंत में, हमास के पास इजराइली नागरिकों को धमकी देने की कोई सैन्य क्षमता नहीं रहेगी। इसके अलावा, हमें यह भी तय करना है कि हमास गाजा पट्टी पर अब शासन नहीं कर पाएगा।"