सीरियाई विद्रोही बोले- दमिश्क आज़ाद; 50 साल का असद परिवार का शासन ख़त्म

12:43 pm Dec 08, 2024 | सत्य ब्यूरो

टेलीविज़न पर दिए गए बयान में सीरियाई विद्रोहियों ने घोषणा की है कि दमिश्क को आज़ाद कर दिया गया  है और 50 साल पुराने असद परिवार के शासन को हटा दिया गया है। इससे पहले ख़बर आई थी कि विद्रोही गुट राजधानी दमिश्क में घुस गए और राष्ट्रपति बशर अल-असद शहर छोड़ चुके हैं। रॉयटर्स ने विद्रोही सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि विद्रोही सेनाएं एक सप्ताह तक चले हमले के बाद रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क में प्रवेश कर गईं। 

सीरिया की राजधानी के दो निवासियों के हवाले से मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि रविवार को सुबह-सुबह दमिश्क के मध्य में तेज़ गोलीबारी की आवाज़ें सुनी गईं। गोलीबारी का स्रोत अभी भी साफ़ नहीं है, लेकिन यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब विद्रोहियों के राजधानी में घुसने की ख़बर है। ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि सीरियाई सेना और सुरक्षा बल दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हट गए हैं। युद्ध निगरानी संस्था, जो सीरिया के भीतर के सूत्रों पर निर्भर है, ने बताया कि विद्रोही हमले के बीच अधिकारी और सैनिक हवाई अड्डे से चले गए।

मामले से परिचित सीरियाई सेना के शीर्ष अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि सत्ता पर अपनी पकड़ कमजोर पड़ने के कारण राष्ट्रपति बशर अल-असद शहर छोड़कर भाग गए हैं और किसी अज्ञात स्थान के लिए विमान में सवार हो गए हैं। सीरिया के रणनीतिक शहर होम्स में घुसने के कुछ घंटों बाद विद्रोही लड़ाकों ने कहा कि उन्होंने रविवार को दमिश्क के द्वार तोड़ दिए हैं और शहर में प्रवेश करना शुरू कर दिया है। 

रिपोर्ट के अनुसार दो वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद भी विमान में सवार होकर किसी अज्ञात स्थान के लिए रवाना हो गए हैं।

युद्ध निगरानीकर्ता के अनुसार, दमिश्क के आसपास विद्रोहियों की गतिविधियाँ तब शुरू हुईं जब सीरियाई सेना देश के दक्षिणी हिस्से से हट गई, जिससे कई प्रांतीय राजधानियों सहित अधिक क्षेत्र विद्रोही लड़ाकों के नियंत्रण में आ गए।

वरिष्ठ सीरियाई सैन्य अधिकारियों ने रॉयटर्स से बात करते हुए बताया कि असद, जिन्होंने 24 साल तक देश पर कठोर शासन किया था, एक विमान में सवार होकर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं। सेना कमान ने कथित तौर पर अधिकारियों को सूचित किया है कि असद शासन गिर गया है।

आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम यानी एचटीएस ने एक दिन पहले शनिवार को कहा था कि उसने देश के सबसे बड़े प्रांत होम्स पर कब्ज़ा कर लिया है, जिसकी सीमा इराक, जॉर्डन और लेबनान से लगती है।

रिपोर्ट के अनुसार एचटीएस के वरिष्ठ कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल हसन अब्दुल-गनी ने घोषणा की, 'हमारा अभियान दमिश्क के पूरे ग्रामीण इलाकों को आज़ाद कराने के लिए जारी है, और हमारी नज़र राजधानी पर केंद्रित है।' समूह ने यह भी दावा किया था कि उसने अपने तूफानी अभियान के तहत 24 घंटे के भीतर स्वीदा, क्यूनेत्रा और दारारा पर नियंत्रण कर लिया है।

फिलहाल, होम्स का विद्रोहियों के हाथों में पड़ना उनके लिए एक बड़ी जीत है क्योंकि वे पहले ही अलेप्पो और हामा शहरों के साथ-साथ दक्षिण के बड़े हिस्से पर कब्ज़ा कर चुके हैं।

होम्स का पतन सरकार के लिए एक बड़ा झटका था क्योंकि इसने दमिश्क को तटीय क्षेत्र से अलग कर दिया जो असद के अलावी संप्रदाय का गढ़ है और जहाँ उसके रूसी सहयोगियों का नौसैनिक और हवाई अड्डा है।

देश के गृहयुद्ध में पहली बार सरकार के पास अब 14 प्रांतीय राजधानियों में से केवल तीन- दमिश्क, लताकिया और टार्टस पर नियंत्रण है।