गुजरात: जरीवाला ने वापस लिया नामांकन, 'अपहरण' के आरोप पर हंगामा

06:29 pm Nov 16, 2022 | सत्य ब्यूरो

आम आदमी पार्टी ने बुधवार को आरोप लगाया था कि गुजरात चुनाव में सूरत ईस्ट सीट से उसके उम्मीदवार कंचन जरीवाला का बीजेपी के लोगों ने अपहरण कर लिया है। दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि कंचन जरीवाला मंगलवार से गायब हैं, उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा है और उनके परिवार के लोगों का भी कुछ पता नहीं चल रहा है। इसी तरह के आरोप मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व अन्य नेताओं ने भी लगाए। 

लेकिन आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के कुछ ही मिनटों के भीतर कंचन जरीवाला पुलिस सुरक्षा के बीच चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे और उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया। 

सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि मंगलवार को कंचन जरीवाला जब अपने नामांकन की स्क्रूटनी के लिए चुनाव आयोग के दफ्तर गए थे तो बीजेपी के लोगों ने उन पर दबाव डाला कि वह अपना नामांकन वापस ले लें। 

कंचन जरीवाला।

लेकिन जब वह नहीं माने और जैसे ही चुनाव आयोग के दफ्तर से बाहर निकले, बीजेपी के लोगों ने उनका अपहरण कर लिया। 

लेकिन जरीवाला के द्वारा नामांकन वापस लेने की खबर के बाद सिसोदिया केंद्रीय चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी के लोगों ने कंचन जरीवाला का अपहरण करवाया और फिर पुलिस के दम पर नामांकन वापस करवाया। उन्होंने पूछा कि ऐसे में चुनाव का मतलब ही क्या बचा है? 

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा ने भी इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कंचन जरीवाला का अपहरण कर लिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी के स्थानीय नेता कंचन जरीवाला पर उनका नाम वापस लेने के लिए दबाव बना रहे थे। 

गुजरात में 1 और 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ ही मतों की गिनती का काम होगा। बीजेपी के साथ ही अरविंद केजरीवाल भी गुजरात के चुनाव के लिए युद्ध स्तर पर प्रचार कर रहे हैं। 

दिल्ली और पंजाब में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने के बाद केजरीवाल की नजर गुजरात पर है। मार्च में पंजाब में सरकार बनाने के बाद से ही केजरीवाल गुजरात के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं।

लगाए थे गंभीर आरोप  

अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिन पहले एनडीटीवी से कहा था कि बीजेपी ने उन्हें ऑफर दिया था कि अगर वह गुजरात में चुनाव न लड़ें तो दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन को छोड़ देंगे, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार नहीं करेंगे और सारे केस रफा-दफा कर देंगे। केजरीवाल ने कहा था कि सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के खिलाफ जो कार्रवाई की जा रही है वह मामला करप्शन का नहीं बल्कि इलेक्शन का है। 

आम आदमी पार्टी का कहना है कि सत्येंद्र जैन को हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में और मनीष सिसोदिया को गुजरात के विधानसभा चुनाव के प्रचार में जाने से रोकने के लिए ही जांच एजेंसियां इन दोनों नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। जैन पिछले कई महीनों से मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में तिहाड़ जेल में हैं जबकि मनीष सिसोदिया आबकारी नीति के मामले में सीबीआई और ईडी के रडार पर हैं। 

इसुदान गढ़वी को बनाया सीएम चेहरा

आम आदमी पार्टी ने गुजरात में इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया है। इसुदान गढ़वी गुजराती न्यूज़ चैनल VTV के संपादक रहे हैं और पिछले साल वह आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। टीवी पत्रकार के तौर पर गढ़वी ने गुजरात के डांग जिले में पेड़ों की कटाई में हुए 150 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश किया था। 

केजरीवाल ने आईबी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है।

त्रिकोणीय मुक़ाबला?

गुजरात में चुनावी लड़ाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होती रही है। 182 सीटों वाली गुजरात की विधानसभा में मुश्किल से पांच-छह सीटों को छोड़कर बाकी सीटें इन्हीं दो राजनीतिक दलों की झोली में जाती हैं। लेकिन इस बार कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के चुनाव मैदान में आने के बाद मुक़ाबला त्रिकोणीय हो गया है।