सीबीआई के पूर्व निदेशक 'आलोक वर्मा' ने नरेंद्र मोदी को आजाद भारत का सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री बताया है। इस दावे के साथ एक पोस्ट सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल हो रही है। इस पोस्ट को 'आई सपोर्ट रवीश कुमार' नाम के फे़सबुक पेज पर शेयर किया गया है। पोस्ट में इस्तेमाल की गई फ़ोटो पर 'वायरल इन इंडिया' का 'लोगो' लगा हुआ है। वायरल पोस्ट में लिखा गया, 'पूर्व सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने दिया इस्तीफ़ा, पत्र लिख़कर नरेंद्र मोदी को बताया आज़ाद भारत का सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री।'
ख़बर लिखे जाने तक इस पोस्ट को 10 हजार लोगो ने 'लाइक' और 14,000 लोगों ने 'शेयर' किया है। वायरल होती पोस्ट पर सुनील नाम के एक फ़ेसबुक यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'आलोक वर्मा अब हनुमानजी की भुमिका में आ गए है हनुमानजी की पूंछ में सरकार द्वारा आग लगा दी गई है। अब लंका दहन होने से कोई नहीं बचा सकता।' इसके अलावा इस पोस्ट पर फ़ेसबुक पर भारी तादत में लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
वायरल ख़बर का सच
वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि आलोक वर्मा ने यह बात अपने इस्तीफ़े के बाद सरकार को लिखी गई चिट्ठी में कही है। इसलिए हमने सबसे पहले उस चिट्ठी को ख़ोजने की कोशिश की जो आलोक वर्मा की ओर से सरकार को लिखी गई। चिट्ठी मिलने के बाद हमने पाया कि उसमें प्रधानमंत्री को कहीं भी भ्रष्ट नहीं बताया गया।
सोशल मीडिया पर वायरल होती पोस्ट हमारी पड़ताल में झूठी साबित हुई। यहां पर ग़ौर करने वाली बात ये है कि 'वायरल इन इंडिया' नाम की यह साइट अक्सर अफ़वाह फ़ैलाने का काम करती है। इससे पहले हमने झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास की जूतों से पिटाई वाली वायरल ख़बर की पड़ताल की थी, जो कि पूर्ण रुप से फ़र्जी ख़बर थी। उस फ़र्जी ख़बर को इस साइट ने वायरल किया था।