पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन हो गया है। जेटली दिल्ली स्थित एम्स में भर्ती थे और काफ़ी समय से बीमार थे। जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों के मुताबिक़, उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। कुछ ही दिन पहले पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का भी निधन हो गया था।
बीते साल जेटली की किडनी का ऑपरेशन किया गया था। बीजेपी के वरिष्ठ नेता जेटली कैंसर की बीमारी से भी जूझ रहे थे। ख़राब स्वास्थ्य के कारण ही उन्होंने इस बार केंद्र सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया था।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्र सरकार के कई मंत्रियों ने उनसे अस्पताल में मुलाक़ात की थी। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में जेटली ने कुछ समय के लिए वित्त के साथ रक्षा मंत्रालय भी संभाला था।
बीएसपी प्रमुख मायावती, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और कई अन्य लोगों ने जेटली के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जेटली के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए एम्स गए थे।
पेशे से वकील जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में उनकी कैबिनेट का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। उनके पास वित्त और रक्षा मंत्रालय का प्रभार था। ख़राब स्वास्थ्य के कारण जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। पिछले साल एम्स में उनके गुर्दे का प्रत्यारोपण हुआ था।