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ईडी ने सत्येंद्र जैन के आवास पर फिर मारा छापा

ईडी ने सत्येंद्र जैन के आवास पर फिर मारा छापा

प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के आवास पर सोमवार को छापे मारे। जैन इस समय हवाले मामले में जेल में है। 

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 6 जून को कोलकाता स्थित एक कंपनी से संबंधित हवाला लेनदेन के संबंध में दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के आवास पर तलाशी ली। इस समाचार के लिखे जाने तक छापों का सिलसिला जारी था। ईडी ने इन छापों के बारे में ईडी ने कोई बयान जारी नहीं किया है। ईडी ने जैन को 30 मई को इस मामले में गिरफ्तार किया था। उनकी जमानत अर्जी खारिज हो गई है। 

इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सत्येंद्र जैन के बारे में उनके सवालों को "बकवास" कहने के लिए फटकार लगाई थी। ईरानी ने इस हफ्ते की शुरुआत में आम आदमी पार्टी सुप्रीमो से 10 सवालों का एक सेट रखा था, जिसमें सत्येंद्र जैन को 9 जून तक ईडी की हिरासत में भेजे जाने के बाद उनकी गिरफ्तारी पर निशाना साधा गया था।

स्मृति ईऱानी ने केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि आखिर क्या वजह है कि जैन को सीएम केजरीवाल का इतना संरक्षण प्राप्त है। 

ईडी ने अप्रैल में, सत्येंद्र जैन और उनके रिश्तेदारों से कथित रूप से जुड़ी कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। ये कुर्की मनी लॉन्ड्रिंग के उसी मामले के सिलसिले में की गई है। ईडी मंत्री के खिलाफ पहले से ही जांच कर रही थी।

ईडी का मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत जैन के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की 2017 की एफआईआर पर आधारित है। ईडी ने हाल ही में जैन से 2018 के मामले में पूछताछ करने से पहले उन्हें तलब किया था। सीबीआई की शिकायत में कहा गया था कि जैन चार कंपनियों को मिले फंड के स्रोत के बारे में नहीं बता सके, जिसमें वह एक शेयरधारक थे। एजेंसी ने उनके, उनकी पत्नी और चार अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज किया था। सीबीआई इससे पहले भी उनसे इस मामले में पूछताछ कर चुकी है।

जैन की गिरफ्तारी पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि कि गिरफ्तारी हिमाचल प्रदेश में आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए की गई, जहां जैन आप के प्रभारी हैं। सत्येंद्र जैन के खिलाफ आठ साल से फर्जी केस चल रहा है। अब तक ईडी जैन को कई बार फोन कर चुका है। बीच में ईडी ने कई सालों तक फोन करना बंद कर दिया क्योंकि उन्हें कुछ नहीं मिला। अब उन्होंने फिर से शुरुआत की क्योंकि सत्येंद्र जैन हैं हिमाचल के चुनाव प्रभारी हैं। बीजेपी हिमाचल में बुरी तरह हार रही है। इसीलिए सत्येंद्र जैन को सोमवार को गिरफ्तार किया गया है ताकि वह हिमाचल न जा सकें। उन्हें कुछ दिनों में रिहा कर दिया जाएगा क्योंकि मामला पूरी तरह से फर्जी है।

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