बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में आये लोगों में इस वायरस के संक्रमण का ख़तरा बढ़ गया है। कनिका 9 मार्च को लंदन से लखनऊ लौटी थीं। जानकारी मिली है कि लखनऊ में वह एक पूर्व सांसद के घर पर रखी गई डिनर पार्टी में शामिल हुई थीं।
कनिका के पिता ने कहा है कि लखनऊ लौटने के बाद वह 3-4 पार्टियों में शामिल हुई हैं और 300 से 400 लोगों के संपर्क में आई हैं। कनिका ने रविवार को लखनऊ में एक पार्टी भी रखी थी और इस पार्टी में उत्तर प्रदेश के कई बड़े नेता, अफ़सर भी मौजूद थे। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी इस पार्टी में मौजूद थे।
कनिका के साथ एक पार्टी में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह भी मौजूद थे। पार्टी में शामिल होने के बाद दुष्यंत सिंह गुरुवार को संसद सत्र में भी भाग लेने पहुंचे और बताया गया है कि वह शुक्रवार को भी संसद आये थे। स्वाभाविक बात यह है कि इस दौरान उन्होंने सदन में अन्य सांसदों से हाथ भी मिलाया होगा। कुछ खाया-पीया भी होगा। ऐसे में दूसरे सांसदों के इस वायरस से संक्रमित होने का भी ख़तरा है।
सांसदों से दिन भर में सैकड़ों लोग मिलने आते हैं और वे ख़ुद भी कई समारोहों, कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। ऐसे में तो कोरोना वायरस के फैलने का ख़तरा बहुत ज़्यादा बढ़ जायेगा। इसलिये सभी सांसदों को ख़ुद को क्वरेंटीन कर लेना चाहिए। हालांकि कनिका का टेस्ट पॉजिटिव आने की ख़बर के बाद दुष्यंत और वसुंधरा राजे ने यह क़दम उठाया है और ख़ुद को क्वरेंटीन कर लिया है।
सवाल यह है कि कोरोना वायरस के फैलने के डर को देखते हुए संसद सत्र को निलंबित क्यों नहीं कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर लोग कनिका को कोस रहे हैं कि जब वह लंदन से आई थीं तो उन्होंने 14 दिन के लिये ख़ुद को सेल्फ़ क्वेरेंटीन क्यों नहीं किया। इसे कनिका कपूर की बहुत बड़ी लापरवाही ही कहा जाना चाहिए। लेकिन उनकी इस लापरवाही से उनके साथ पार्टी में शामिल रहे लोगों और लखनऊ में उनकी सोसाइटी में रह रहे लोगों की जान आफत में आ गई है।
भारत में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 223 हो चुकी है। दुनिया भर में ढाई लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हैं और लगभग 10.5 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित कई राज्यों में कोरोना वायरस को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। कई जगहों पर स्कूल-कॉलेजों, रेस्तरां, ढाबों, सभी दफ़्तरों, संस्थानों और बाज़ारों को बंद कर दिया गया है।