दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार 6 नवंबर को कहा कि दिवाली के अगले दिन से दिल्ली में ऑड-ईवन नियम वापस आ जाएगा और प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए इस सप्ताह के लिए स्कूलों को 11वीं कक्षा तक बंद कर दिया गया है। मंत्री ने कहा कि राजधानी में कक्षा 10 और 12 को छोड़कर सभी स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे। हवा की बिगड़ती गुणवत्ता को देखते हुए फिलहाल सिर्फ कक्षा 5 तक की कक्षाएं निलंबित थीं।
इस समय दिल्ली लगभग एक सप्ताह से जहरीले धुंध की मोटी चादर में लिपटी हुई है, जिसके कारण अधिकारियों को दिल्ली में डीजल ट्रकों का प्रवेश रोकने और निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
मंत्री गोपाल रॉय ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाने और स्मॉग गन लगाने सहित उनकी सरकार द्वारा उठाए गए अन्य उपायों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि बीएस 3 पेट्रोल और बीएस 4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध भी जारी रहेगा। सम-विषम नियम, जो पिछले कुछ वर्षों से प्रदूषण से लड़ने में अरविंद केजरीवाल सरकार का प्रमुख कदम रहा है, अब दिवाली के अगले दिन 13 नवंबर को एक सप्ताह के लिए वापस आ जाएगा। हालांकि इसके नियम-कानून कल मंगलवार को तय करने के लिए अलग से एक बैठक बुलाई गई है।
इस नियम के तहत, केवल विषम अंक के पंजीकरण संख्या वाले वाहनों को विषम संख्या वाले दिनों में दिल्ली की सड़कों पर अनुमति दी जाएगी और सम अंक वाले वाहनों को सम संख्या वाले दिनों में अनुमति दी जाएगी। एक हफ्ते बाद इसकी समीक्षा होगी और उसके बाद इसे 20 नवंबर के बाद तक बढ़ाने पर विचार होगा।
दिल्ली में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 488 दर्ज किया गया, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित ऊपरी स्तर से काफी ऊपर है। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में आरके पुरम (466), आईटीओ (402), पटपड़गंज (471), और न्यू मोती बाग (488) शामिल हैं।
AQI 500 के आसपास होने के कारण, दिल्ली और पड़ोसी शहरों में लोग जिस हवा में सांस ले रहे हैं उसकी गुणवत्ता एक दिन में 25-30 सिगरेट पीने के बराबर है।