दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि प्लाज़्मा थेरेपी के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। नियमित प्रेस ब्रीफ़िंग के दौरान केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि हमारी कोशिशें दो दिशा में हैं। पहली कोशिश में हम सोशल डिस्टेंसिंग, लॉकडाउन से लेकर बाक़ी कई क़दम उठा रहे हैं। दूसरी कोशिश मौतों की संख्या कम करने की है।
उन्होंने कहा कि हमें केंद्र सरकार से अनुमति मिली थी कि कोरोना के गंभीर मरीजों पर प्लाज़्मा थेरेपी का ट्रायल किया जा सकता है। केजरीवाल ने कहा, ‘हमने पिछले कुछ दिनों में 4 मरीजों पर प्लाज़्मा थेरेपी का ट्रायल करके देखा है और इसके परिणाम अच्छे रहे हैं।’
दिल्ली सरकार के आईएलबीएस अस्पताल के डॉक्टर सरीन ने बताया कि कोरोना वायरस की बीमारी के तीन चरण होते हैं। पहले चरण में वायरस शरीर के अंदर जाता है, दूसरे चरण में यह वायरस फेफड़ों में चोट करता है जिस वजह से सांस लेने में दिक्क़त होती है जबकि तीसरे चरण में ऑर्गन फ़ेल्योर की स्थिति आती है।
डॉक्टर सरीन ने कहा कि अगर हम दूसरे चरण में प्लाज़्मा थेरेपी दें तो यह कारगर साबित हो सकती है और इससे हम मरीज को तीसरे चरण में जाने से बचा सकते हैं। उन्होंने अपील की, ‘जो लोग कोरोना से उबर चुके हैं, वे प्लाज़्मा देने के लिए आगे आएं और अपनी देशभक्ति दिखाएं। अगर लोग प्लाज़्मा देने के लिए आगे आते हैं तो हो सकता है कि इससे ज़्यादा मरीज ठीक हो जाएं।’ उन्होंने कहा कि प्लाज़्मा थेरेपी बाक़ी दवाइयों से सस्ती है।
डॉक्टर सरीन ने कहा कि जिन 4 लोगों पर ट्रायल किया गया है, उनमें से 2 लोग जल्द ही डिस्चार्ज होकर घर जा सकते हैं। ऐसे मरीज वेटिंलेटर पर जाने की हालत में थे लेकिन अब उनकी हालत में काफी सुधार है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बीच यह बेहद सुखद ख़बर है। राजधानी में अब तक 2,376 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।