दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमण के और फैलने की स्थिति से निपटने के लिए एक कार्य योजना तैयार कर ली है। इस कार्य योजना में यह तय किया गया है कि 100, 500 और एक हज़ार लोगों के रोज़ाना संक्रमित पाए जाने की स्थति में सरकार क्या करेगी।
क्या है सरकार की तैयारियाँ?
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि 5 डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई थी और उसे रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया था।
डॉक्टर एस. के. सरीन की अगुआई में बनी इस टीम ने जो रिपोर्ट दी, उसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है और उसके हिसाब से ही तैयारी की जा रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, 'डॉक्टर सरीन की अगुआई में बनी टीम की सिफ़ारिशें मुझे मिल गई हैं, जिसमें दिल्ली में कोविड-19 के तीसरे चरण के संक्रमण होने पर उठाए जाने वाले कदमों के बारे में कहा गया है।'
हालांकि मुख्यमंत्री ने यह नहीं कहा कि दिल्ली की ये तैयारियाँ तीसरे चरण के संक्रमण को रोकने के लिए ही की जा रही हैं, पर उन्होंने इसकी संभावना से इनकार भी नहीं किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय भी बार-बार कह रहा है कि सामुदायिक संक्रमण का समय नहीं आया है। पर पर्यवेक्षकों का कहना है कि दिल्ली और दूसरी सरकारों ने जो तैयारियाँ की हैं, उससे तो यही लगता है कि तीसरे चरण की तैयारियाँ की जा रही हैं। केजरीवाल ने कहा :
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'हमने पहले से मौजूद ख़ामियाँ दूर कर ली हैं और रोज़ाना एक हज़ार लोगों के संक्रमित होने की स्थिति से निपटने की तैयारी कर ली है।'
अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली
उन्होंने कहा कि 224 नाइट शेल्टर बनाए गए है, 325 सरकारी स्कूलों को चुन लिया गया है। चार लाख लोगों को फ्री खाना खिलाने की व्यवस्था की जा चुकी है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में अब तक कोरोना संक्रमण के 39 मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि सभी विधायक और कार्यकर्ता इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ज़रूर ध्यान रखें।