ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते ख़तरे के बीच दिल्ली में रविवार को यानी एक ही दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 107 नए मामले सामने आए हैं। यह लगभग छह महीने बाद हुआ है कि एक दिन में इतनी बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमण के मामले पाए गए हैं।
इसके पहले 25 जून को कोरोना के 115 नए मामले सामने आए थे। इसके साथ ही रविवार को दिल्ली में एक व्यक्ति की मौत कोरोना से हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना से दस दिनों में यह पहली मौत है।
कितनी मौतें?
इस मौत के साथ दिल्ली में कोरोना से मरने वालों की संख्या 25,101 हो गई। राजधानी में सक्रिय मरीजों की संख्या 540 है, जिनमें से होम आइसोलेशन में 255 मरीज हैं।
दिल्ली में सक्रिय कोरोना मरीजों की दर 0.037 फ़ीसदी और ठीक होने वालों की दर 98.22 फ़ीसदी है। दिल्ली में अब तक कोरोना से प्रभावित लोगों की तादाद 14,42,197 हो गई है।
तीसरी लहर
दिल्ली में कोरोना संक्रमण बढ़ने की बात तब सामने आई है जब एक दिन पहले ही राष्ट्रीय कोविड सुपर मॉडल कमेटी ने आशंका जताई थी कि ओमिक्रॉन के रूप में भारत में तीसरी लहर फरवरी 2022 में उच्चतम स्तर पर हो सकती है।
दूसरी ओर, कमेटी के मुखिया प्रोफेसर विद्यासागर ने कहा है कि भारत में ओमिक्रॉन की तीसरी लहर जरूर आएगी, लेकिन यह कोविड 19 की दूसरी लहर के मुकाबले हल्की होगी।
एम्स में कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. पुनीत मिश्रा ने भी कहा है कि ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट जितना ख़तरनाक नहीं है।
दुनिया के कई देशों में ओमिक्रॉन को लेकर हलचल तेज हो गई है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में नए साल के मौके पर होने वाली आतिशबाजी का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है, क्योंकि इस तमाशे में काफी भीड़ जुटती है। इससे ओमिक्रॉन का खतरा बढ़ सकता था।