दिल्ली दंगा: 'आप' नेता ताहिर के ख़िलाफ़ हत्या का केस दर्ज, पार्टी ने किया निलंबित

10:22 pm Feb 27, 2020 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

नागरिकता क़ानून के विरोध में दिल्ली में हुए दंगों को लेकर दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी (आप) के पार्षद ताहिर हुसैन के ख़िलाफ़ केस दर्ज किया है। पुलिस ने ताहिर के ख़िलाफ़ धारा 302 (हत्या), आगजनी और हिंसा के मामले में मुक़दमा दर्ज किया है। मुक़दमा दयालपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है और दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले में आगे की जांच करेगी। दूसरी ओर, पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। पार्टी ने ट्वीट कर कहा है कि जाँच पूरी होने तक ताहिर हुसैन को पार्टी से निलंबित किया जाता है।

दिल्ली में दंगों के दौरान आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर भी दंगा भड़काने के आरोप लग रहे हैं। इंटेलीजेंस ब्यूरो के नौजवान अफ़सर अंकित शर्मा का शव नाले में मिलने के बाद से ही सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है। एक पक्ष के लोगों का कहना है कि ताहिर हुसैन के घर से लोगों पर पत्थर और पेट्रोल बम फेंके गये और उनके समर्थकों ने ही अंकित की हत्या की है। अंकित के परिजनों ने भी ताहिर हुसैन पर ही अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाया है। दूसरी ओर ताहिर ने इन आरोपों को ग़लत बताया है। 

अंकित का शव मिलने के बाद उनके पिता रविंदर शर्मा ने कहा था कि अंकित को जमकर पीटने के बाद गोली भी मारी गई है। अंकित के पड़ोसियों ने एनडीटीवी से बातचीत में आरोप लगाया कि ताहिर हुसैन के पांच मंजिला घर से पत्थर और पेट्रोल बम फेंके गये। सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो में दावा किया गया है कि ताहिर हुसैन अपने समर्थकों के साथ अपने घर की छत पर थे और ये समर्थक लोगों पर पत्थर और पेट्रोल बम फेंक रहे थे। 

हंगामा बढ़ने के बाद ताहिर हुसैन ने एक वीडियो जारी कर सफ़ाई दी है। हुसैन ने कहा है कि वह पूरी तरह निर्दोष हैं। हुसैन ने वीडियो में कहा, ‘मेरे बारे में जो ख़बर फैलाई जा रही है, वह पूरी तरह ग़लत है। कपिल मिश्रा के भड़काऊ बयान के बाद दिल्ली की स्थिति बिगड़ गई। इसके बाद पत्थरबाज़ी हुई। बहुत सारी भीड़ मेरे ऑफ़िस का दरवाज़ा तोड़कर अंदर घुस गई और छत पर चढ़ गई। मैंने पुलिस से मदद मांगी। पुलिस अधिकारियों ने मेरे पूरे घर की तलाशी ली और हमसे कहा गया कि आप किसी सुरक्षित जगह चले जायें।’ 

सोशल मीडिया पर वायरल कुछ और वीडियो में कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि ताहिर हुसैन ने गाज़ियाबाद के लोनी से कुछ लोगों को बुलाया था और हथियार मंगाये थे और उनके घर से ही पथराव हुआ और गोलियां चलीं। लोग यह भी दावे कर रहे हैं कि ये लोग अंकित शर्मा को घर से खींचकर ले गये और उसकी हत्या कर दी। तीन दिन तक जलने के बाद बुधवार को दिल्ली में कोई दंगा नहीं हुआ। पुलिस ने अब तक 18 एफ़आईआर दर्ज की हैं और 106 लोगों को गिरफ़्तार किया है। पुलिस का कहना है कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है।