दिल्ली में अब कल से यानी सोमवार से प्रतिबंधों में और ढील दी जाएगी। राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राजधानी में कोरोना के मामले अब 3 महीने में सबसे कम होने पर दुकान, रेस्तराँ, और मॉल को फिर से खोले जाने का फ़ैसला लिया गया है। पहले जिन दुकानों को ऑड-इवन मॉडल पर खोलने का निर्णय लिया गया था वे अब पूरे हफ़्ते खुल सकते हैं।
दिल्ली सरकार ने कहा है कि प्रतिबंधों में ढील देने का यह फ़ैसला एक हफ़्ते के लिए ट्रायल के तौर पर लिया गया है और यदि कोरोना के मामले बढ़ते हैं तो फिर से कार्रवाई की जाएगी। दुकानों के खुलने का समय पहले की तरह ही सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि यदि मौजूदा रूप में ही कोरोना संक्रमण के मामले कम होते रहे तो धीरे-धीरे ज़िंदगी पटरी पर आने लगेगी। उन्होंने कहा कि यह बड़ी त्रासदी थी और हमें साथ मिलकर इसका सामना करना होगा।
बता दें कि एक दिन पहले ही शनिवार को एक दिन में दिल्ली में 213 कोरोना पॉजिटिव केस आए थे। यह तीन महीने में सबसे कम आँकड़ा है। अब तक राजधानी में 14 लाख 30 हज़ार संक्रमण के मामले आ चुके हैं और 24 हज़ार 800 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन संक्रमण के मामले कम होने से दिल्ली वासियों को राहत की साँस मिली है। केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा भी है कि कोरोना के नियंत्रण में आने के बाद अब धीरे-धीरे दिल्ली खुल रही है।
दिल्ली में यह ढील दी गई है
- पहले जो रेस्तराँ केवल टेकअवे और होम डिलीवरी के लिए खुले थे, अब वहाँ भोजन करने की सुविधा दी जा सकती है, लेकिन केवल 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ।
- साप्ताहिक बाजारों को भी अनुमति दी गई है, लेकिन 50 प्रतिशत विक्रेताओं को ही अनुमति दी जाएगी और प्रत्येक नगरपालिका क्षेत्र में प्रति दिन केवल एक बाजार खुलेगा।
- सरकारी दफ्तर पूरी क्षमता से खुल सकते हैं और निजी दफ्तर 50 फ़ीसदी क्षमता के साथ खुल सकते हैं।
- दिल्ली मेट्रो और बसें 50 फीसदी क्षमता से चलेंगी। सैलून खुल सकते हैं लेकिन स्पा बंद रहेंगे।
- स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, वाटर पार्क भी बंद रहेंगे।
- धार्मिक स्थल खुल सकते हैं लेकिन किसी भी भक्त को अनुमति नहीं दी जाएगी।
- राजनीतिक दलों की सभाओं, सांस्कृतिक सभाओं पर पाबंदी जारी रहेगी।
- सार्वजनिक हॉल में कोई शादी नहीं। ऐसे समारोहों में सिर्फ़ 20 लोग ही शामिल हो सकेंगे।
बता दें कि 30 मई को दिल्ली क़रीब 40 दिन बाद पहली बार प्रतिबंधों में कुछ ढील देने की घोषणा की गई थी। हालाँकि तब लॉकडाउन को भी आगे के लिए बढ़ा दिया गया था। दिल्ली सरकार ने 31 मई से विनिर्माण और निर्माण व्यवसायों को शर्तों के साथ काम फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी।
देश में इस भयावह दूसरी लहर शुरू होने के बाद राजधानी में पहली बार 19 अप्रैल को लॉकडाउन लगाया गया था। यह पहले 26 अप्रैल तक के लिए था, जिसे एक सप्ताह के लिए बढ़ाया गया था। तीन मई की सुबह ख़त्म होने वाले लॉकडाउन की मियाद एक सप्ताह के लिए फिर से बढ़ाई गई थी। इसके बाद 17 मई को इसकी मियाद ख़त्म होने से पहले फिर से लॉकडाउन को एक हफ़्ते के लिए बढ़ाया गया था। लेकिन 24 मई को फिर से इसे बढ़ाकर 31 मई तक के लिए कर दिया गया था।