दिल्लीः नाबालिग से रेप का आरोपी अफसर हिरासत में, निलंबन का आदेश
दिल्ली पुलिस ने महिला एवं बाल विकास विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को अपने दोस्त की 14 वर्षीय बेटी से कई महीनों तक रेप करने और उसे गर्भवती करने के आरोप में हिरासत में लिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को वरिष्ठ अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव से सोमवार शाम 5 बजे तक रिपोर्ट भी तलब की है।
पीड़िता दिल्ली में 12वीं कक्षा की छात्रा है और 1 अक्टूबर, 2020 को अपने पिता की मृत्यु के बाद आरोपी प्रेमोदय खाखा और उसके परिवार के साथ रह रही थी। प्रेमोदय खाखा डब्ल्यूसीडी विभाग में उप निदेशक हैं। वह उसका स्थानीय अभिभावक था और लड़की उसे 'मामा' कहती थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने कथित तौर पर नवंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच लड़की से कई बार बलात्कार किया था। दिल्ली पुलिस ने आरोपी और उसकी पत्नी के खिलाफ बाल यौन अपराध कानून पॉक्सो (POCSO) के तहत रेप के आरोप में एफआईआर भी दर्ज की है। पत्नी पर गर्भपात की दवा देने का आरोप लगाया गया है। डीसीपी (उत्तर) सागर सिंह के एक बयान के अनुसार, पीड़िता की शिकायत पर सारी कार्रवाई की गई है।
डीसीपी सागर ने कहा कि “पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वो अक्टूबर 2020 से फरवरी 2021 तक अपने पिता की मृत्यु के बाद अपने पारिवारिक मित्र, अपने अभिभावक के साथ रहने लगी। उसके मामा द्वारा उसका यौन उत्पीड़न किया गया, शारीरिक रूप से छेड़छाड़ की गई और बार-बार रेप किया गया। जब उसे घबराहट होने लगी तो एक सप्ताह पहले उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।”
उन्होंने बताया कि लड़की की जब काफी काउंसलिंग की गई तो उसने डॉक्टरों को यौन शोषण के बारे में बताया। उसने कहा कि “आरोपी और उसकी पत्नी द्वारा प्रेग्नेंसी को खत्म करने के बाद उसे घबराहट के दौरे पड़ रहे थे। एक मेडिकल जांच की गई है और जांच जारी है।” डीसीपी ने कहा कि “मजिस्ट्रेट के सामने न्यायिक बयान दर्ज करने के बाद विवरण का खुलासा किया जाएगा। लड़की की हालत अभी ठीक हो रही है और उसकी देखभाल की जा रही है। वह नाबालिग है और छात्रा है।”
उन्होंने कहा कि लड़की की स्थिति पूरी तरह ठीक नहीं है तो डॉक्टरों ने उसका बयान मजिस्ट्रेट के सामने कराने से मना कर दिया।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सोमवार सुबह मामले में "धीमे एक्शन" की आलोचना की और सवाल उठाया कि पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया है।
स्वाति मालीवाल ने ट्वीट किया था कि “दिल्ली में महिला एवं बाल विकास विभाग में उप निदेशक पद पर कार्यरत एक सरकारी अधिकारी पर एक लड़की के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया है. दिल्ली पुलिस इस संबंध में नोटिस जारी कर रही है। जिस व्यक्ति को बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी थी वह दरिंदा बन गया है। लड़कियाँ कहाँ जाएँ? गिरफ्तारी जल्द होनी चाहिए!'