कोरोना वायरस के अब तेज़ी से फैलने से रोकने के लिए आज यानी मंगलवार आधी रात के बाद से सभी घरेलू उड़ानें भी बंद होंगी। सरकार ने सोमवार को इसकी घोषणा की है। अब एयरलाइंस कंपनियों को ऐसी तैयारी करनी होगी जिससे कि वे अपने विमानों को मंगलवार की रात 11:59 बजे तक लैंड करा लें। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को पहले ही रद्द किया जा चुका है।
इस घोषणा से पहले यानी रविवार को ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली में न तो कोई विमान आएगा और न ही यहाँ से जाएगा। इस पर नागरिक उड्डयन निदेशालय ने सफ़ाई दी थी कि घरेलू उड़ानों के संचालन में कोई बदलाव नहीं होगा। इस बीच सोमवार को ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पश्चिम बंगाल में कोई भी विमान नहीं उतरने दिया जाए। अब सरकार ने इसकी घोषणा भी कर दी। हालाँकि अभी तक यह साफ़ नहीं है कि उड़ानें कब से बहाल होंगी।
देश के 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। इससे पहले 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और छह राज्यों में आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा है कि देश में अब तक 468 मामले पॉजिटिव आए हैं और इसमें से 9 लोगों की मौत हो गई है। 34 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान मेडिकल जैसी ज़रूरी सेवाओं को छोड़कर बाक़ी सेवाएँ बंद रहेंगी। इससे पहले दिल्ली एम्स के आउटडोर को भी बंद कर दिया गया है।
हालाँकि कई राज्यों ने रविवार को ही लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी। स्वास्थ्य मंत्रालय की इस घोषणा से पहले पूरे पंजाब में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पंजाब में रविवार से ही लॉकडाउन है। उसी दिन पूरे देश भर में प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर 'जनता कर्फ्यू' की घोषणा की गई थी और लोगों ने ख़ुद से ही सुबह सात बजे से रात के नौ बजे तक घर में रहने का फ़ैसला किया था। रविवार को ही रेलवे ने पूरे देश भर में 31 मार्च तक अपनी पैसेंजर सेवाएँ बंद करने का फ़ैसला लिया था। अधिकतर राज्यों की बस सेवाएँ भी पहले से ही बंद कर दी गई हैं।
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए लॉकडाउन के और भी बढ़ाए जाने की संभावना है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरतने को कहा गया है। जो कोई भी नियमों का उल्लंघन करेगा उस पर या तो 1000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा या फिर उसे छह महीने की जेल भी हो सकती है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भी लोगों से आग्रह किया कि वे लॉकडाउन का पालन करें। उन्होंने राज्यों से भी कहा कि वे इसे सख्ती से लागू करें।