नेता विपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को लोकसभा में संविधान पर बहस के दौरान भाजपा और मोदी सरकार की जमकर बखिया उधेड़ी। राहुल ने संविधान की प्रति हाथ में लेकर मनु स्मृति के मुकाबले इसका अंतर समझाया। आरएसएस और भाजपा के पुराने से पुराने नेताओं का कोई योगदान भारत की आजादी की लड़ाई में नहीं रहा। सावरकर माफी मांग कर बाहर आए। आरएसएस की इस कमजोरी पर राहुल ने खूब हमला बोला। साथ ही उन्होंने अडानी घूसकांड, जाति जनगणना, हाथरस कांड, संभल कांड का मुद्दा भी उठाया।
कांग्रेस सांसद राहुल ने कहा- "'भारत के संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। मनुस्मृति वह धर्मग्रंथ है जो हमारे हिंदू राष्ट्र के लिए वेदों के बाद सबसे अधिक पूजनीय है और जिससे हमारी प्राचीनता हमारी संस्कृति, रीति-रिवाजों, विचारों का आधार बनी है। आज, मनुस्मृति कानून है। ये सावरकर के शब्द हैं... सावरकर ने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि संविधान में भारतीयों के बारे में कुछ भी भारतीय नहीं है। सावरकर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि भारत जिस किताब (यानी संविधान) से चलता है, उसे हटाकर इस किताब (यानी मनु स्मृति) को लाया जाना चाहिए, यही लड़ाई है।"
संविधान के खिलाफ सावरकर के अंशों को सदन में पढ़ने के बाद राहुल ने भाजपा सांसदों और मंत्रियों से सीधा सवाल किया। राहुल ने कहा- "मैं आपसे (सत्ता पक्ष) पूछना चाहता हूं, क्या आप अपने नेता (सावरकर) के शब्दों पर कायम हैं? क्या आप अपने नेता के शब्दों का समर्थन करते हैं? क्योंकि जब आप संसद में संविधान की रक्षा के बारे में बोलते हैं, तो आप सावरकर का मजाक उड़ा रहे होते हैं, आप सावरकर को गाली दे रहे होते हैं, आप सावरकर को बदनाम कर रहे होते हैं। आप किस तरफ हैं।“
अडानी मुद्दा प्रमुखता से उठायाः राहुल गांधी ने कहा- ''जब आप धारावी को अडानी जी को देते हैं, तो आप धारावी के छोटे व्यवसायों के अंगूठे काट रहे होते हैं। आप उन्हें बंदरगाह, हवाई अड्डे देकर वही कर रहे हैं। आप ईमानदार कारोबारियों का अंगूठा काट रहे हैं। लैटरल एंट्री के जरिए आप युवाओं, ओबीसी और एससी का अंगूठा काट रहे हैं। अध्यक्ष महोदय, जिस प्रकार एकलव्य ने मेहनत की थी, उसी प्रकार युवा भी परीक्षा के लिए मेहनत करते हैं। पहले युवा जागते थे और ट्रेनिंग करते थे, दौड़ते थे। जब आपने अग्निवीर शुरू किया, तो आपने उनके अंगूठे काट दिए। पेपर लीक करके युवाओं का अंगूठा काट देते हो। आज दिल्ली आने वाले किसानों पर आंसू गैस छोड़ी गई और लाठीचार्ज कर उन्हें चोट पहुंचाई। जब आप अडानी और अंबानी को लाभ देते हैं तो आप किसानों के अंगूठे काट देते हैं।”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा “पिछले कुछ भाषणों में, मैंने अभय मुद्रा की अवधारणा, निर्भयता, सत्य और अहिंसा की अवधारणा के बारे में बात की और मैंने सदन को मुद्रा प्रदर्शित करने वाले हमारे विभिन्न धर्मों की छवियां दिखाईं। लोग संविधान को दुनिया का सबसे लंबा संविधान कहते हैं। हमारे संविधान में देश के विचार शामिल हैं।
इससे पहले झारखंड से जेएमएम सांसद विजय कुमार हंसदक ने कहा कि बीजेपी ने भारत में आपातकाल जैसे हालात पैदा कर दिये हैं। डीएमके सांसद ए. राजा ने कहा कि सावरकर ने दो राष्ट्र - हिंदू, मुस्लिम का सिद्धांत पेश किया, जिसे अंबेडकर ने कभी स्वीकार नहीं किया। ए राजा ने पूछा- ''देश में कानून का शासन कैसा है? मणिपुर मुद्दे, बिलकिस बानो बलात्कार मामला, पहलवान यौन शोषण मामले पर विचार करें।'' ए राजा ने फादर स्टेन स्वामी का जिक्र किया और बताया कि देश में नागरिकों को असहमति व्यक्त करने से रोका जाता है। फादर स्टेन स्वामी देश में आदिवासियों के अधिकारों के लिए खड़े थे।
(इस रिपोर्ट का संपादन यूसुफ किरमानी ने किया)