आप नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कह रहे हैं कि दिल्ली और पंजाब में कोई माँ अपने बच्चे को सबसे छोटी कहानी 'एक थी कांग्रेस' सुना सकती है। इस पर कांग्रेस के एक नेता कह रहे हैं कि आने वाले समय में माँएँ अपने बच्चों को कहानी सुनाएँगी कि 'एक पार्टी थी जो तिहाड़ जेल में है'।
ऐसी बयानबाजियाँ उन पार्टियों के बीच चल रही है जो इंडिया गठबंधन के साथी दल ही हैं। दोनों दलों के बीच कभी भी रिश्ते ठीक नहीं रहे हैं और इंडिया गठबंधन में साथ आने के बाद भी दोनों दलों के नेताओं के बीच ऐसी ही तनातनी बनी हुई है। दोनों दलों के बीच कम से कम तीन राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर भी राह आसान नहीं दिख रही है। लेकिन सीट बँटवारे की स्थिति से पहले यह जान लें कि आख़िर दोनों दलों के नेताओं के बीच हाल में क्या बयानबाजियाँ हुई हैं।
ताज़ा बयानबाजी आम आदमी पार्टी के नेता पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के बयान के बाद हुई है। उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उसे दिल्ली और पंजाब में 'सबसे छोटी कहानी' बता दिया। मान ने चंडीगढ़ में जनता को संबोधित करते हुए कहा, '... दिल्ली या पंजाब में एक मां अपने बच्चे को सबसे छोटी कहानी 'एक थी कांग्रेस' सुना सकती है।'
भगवंत मान के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आप को भरोसेमंद पार्टी नहीं करार दिया और कहा कि अरविंद केजरीवाल गठबंधन की राजनीति नहीं समझते हैं। शराब नीति घोटाले में आप के वरिष्ठ नेताओं के जेल जाने का जिक्र करते हुए दीक्षित ने पीटीआई से कहा, 'आने वाले समय में माताएँ कहेंगी कि एक ऐसी पार्टी थी जो अब तिहाड़ जेल में पाई जा सकती है। मुझे बताएं कि किस पार्टी का 40% नेतृत्व जेल में हैं और बाकी लोग जाने के लिए तैयार हैं?'
कांग्रेस ने मान पर कटाक्ष किया और कहा, 'एक था जोकर'। कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समान विचारधाराएं हैं- कांग्रेस मुक्त भारत का मिशन।' एक्स पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आप पर निशाना साधा और कहा, 'वैसे एक भोजपुरी पिक्चर का नाम है 'एक था जोकर'। आपने तो देखी ही होगी?'
इसके अलावा कांग्रेस नेता उदित राज ने भी मान की आलोचना करते हुए कहा, 'भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने के बाद से पंजाब में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। केवल समय ही बताएगा कि यह कांग्रेस थी या आम आदमी पार्टी।'
संदीप दीक्षित ने इस बात पर भी सवालिया निशान लगाया कि क्या कांग्रेस और आप पंजाब और दिल्ली में गठबंधन में 2024 का आम चुनाव लड़ेंगे। यह बयानबाजी 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ सीट-बंटवारे की बातचीत से पहले एक और बाधा का संकेत देता दिख रहा है।
समझा जाता है कि पंजाब और दिल्ली में दोनों दलों के बीच सीट बँटवारे को लेकर तनातनी तो है ही, आप गुजरात में भी सीटों की मांग कर सकती है। पंजाब को लेकर आप के कई नेता तो सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं। समझा जाता है कि दिल्ली में भी आप उतनी सीटें कांग्रेस को देने को तैयार नहीं होगी जितनी कांग्रेस मांगेगी।
वैसे, सीटों को लेकर तनातनी काफ़ी पहले से ही चली आ रही है और इसको अब तक सुलझाया नहीं जा सका है। सितंबर 2023 में पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने राज्य की 13 लोकसभा सीटों के लिए आप के साथ गठबंधन करने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध किया था। चंडीगढ़ के अलावा पंजाब में कुल 13 संसदीय सीटें हैं। फिलहाल पंजाब से कांग्रेस के छह सांसद हैं।
न्यूज़18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर 2023 में पंजाब में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा था कि गठबंधन का मतलब 'डेथ वारंट पर हस्ताक्षर करना' होगा। बाजवा ने कहा था, 'और हम कांग्रेस को ख़त्म नहीं करना चाहते।' बाजवा ने कहा था कि राज्य में आप सरकार जल्द ही कांग्रेस द्वारा गिरा दी जाएगी। उन्होंने कहा था, 'अगर हमें पंजाब में लोकसभा चुनाव में 10-11 सीटें मिलती हैं, तो हम आप सरकार को गिरा सकते हैं। आप के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं। हमें जब भी मौका मिलेगा, हम उन्हें गिरा देंगे।' अगर आप के ज्यादातर विधायक आना चाहते हैं और उनके साथ नहीं रहना चाहते तो मैं क्या कर सकता हूं? एक असफल शादी को कौन बचा सकता है?'