कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंज कसा है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि कांग्रेस ने ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द का इस्तेमाल कर हिंदुओं को बदनाम किया था। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने शांतिप्रिय हिंदुओं को आतंकवादी बताने की कोशिश की और अब वे जानते हैं कि जनता उन्हें इसकी सजा देगी, इसलिए वे डरे हुए हैं और सीट छोड़कर भाग रहे हैं। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता कान खोलकर सुन लें हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता।
प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनाव प्रचार के तहत महाराष्ट्र के वर्धा में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के लिए रैली को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने राहुल गाँधी पर हमला बोलते हुए कहा कि एक पार्टी (कांग्रेस) के नेता ऐसी सीट से चुनाव लड़ने से डर रहे हैं, जहाँ हिंदू अधिक संख्या में हैं और वे ऐसी सीटों से चुनाव लड़ने जा रहे हैं, जहाँ अल्पसंख्यक मतदाता अधिक हैं।
पिछले दिनों समझौता ब्लास्ट केस में असीमानंद को सुप्रीम कोर्ट से बरी किए जाने के फ़ैसले के बाद मोदी ने कांग्रेस पर यह हमला बोला है। मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने ‘हिंदू आतंकवाद’ शब्द दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को कुंभकर्ण की तरह बताया।
प्रधानमंत्री ने जनता से पूछा कि क्या आज तक हिंदू आतंकवाद की कोई एक भी घटना हुई है। उन्होंने कहा कि लोग कांग्रेस को इसके लिए कभी माफ़ नहीं करेंगे।
मोदी ने बालाकोट हमले के सबूत माँगने को लेकर विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। मोदी ने कहा, ‘हमारे वीर जवानों ने एयर स्ट्राइक की तो ये लोग सबूत माँगने लगे। ये ऐसी बात कर रहे हैं, जो पाकिस्तान में अच्छी लगती हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं विदर्भ की धरती से पूछना चाहता हूँ कि आपको भारत के हीरो चाहिए या फिर पाकिस्तान के हीरो।'
कुछ साल पहले आज़ाद मैदान में हुई तोड़फोड़ की घटना का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी की सरकार ने शहीद स्मारक को जूतों से रौंदने की अनुमति दी थी। मोदी ने कहा कि इन दलों की सरकार ने यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश की कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई न हो।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया था कि वह हिंदुओं पर आतंकवादी बताकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही है।