कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से पूछा कि अगर केएस ईश्वरप्पा ने कुछ ग़लत नहीं किया है तो वह ईश्वरप्पा का मंत्री पद से इस्तीफा क्यों स्वीकार कर रहे हैं?
कांग्रेस ने ग्रामीण विकास मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले ठेकेदार संतोष पाटिल की मौत के मामले में बीजेपी मंत्री की गिरफ्तारी की मांग की है। ठेकेदार की मौत के मामले में आरोपी बनाए जाने के तीन दिन बाद ईश्वरप्पा ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वह शुक्रवार शाम को कैबिनेट से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा है कि वह 'बीजेपी को शर्मिंदगी से बचाने के लिए' इस्तीफा दे रहे हैं।
ठेकेदार संतोष पाटिल का शव तीन दिन पहले उड्डुपी के एक होटल से बरामद हुआ था। साथ ही उनका सुसाइड नोट भी मिला था। उसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए मंत्री ईश्वरप्पा को ज़िम्मेदार ठहराया था। उन्होंने लिखा था कि मंत्री ईश्वरप्पा उनसे 40 फीसदी कमीशन मांग रहे थे। उन्होंने उनके कहने पर सड़क भी बना दी थी लेकिन अब उसका भुगतान नहीं किया जा रहा है।
इस मामले में कांग्रेस के हमलावर रुख के जवाब में मुख्यमंत्री बोम्मई ने भी कांग्रेस पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को पाटिल की मौत से संबंधित मामले में जांचकर्ता, अभियोजक और न्यायाधीश की भूमिका निभाने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र और गहन जांच होने दें। वह ईश्वरप्पा को गिरफ्तार करने के लिए विपक्षी नेताओं की बढ़ती मांगों का जवाब दे रहे थे।
बता दें कि कांट्रेक्टर एसोसिएशन ने भी कर्नाटक सरकार पर बड़ा आरोप लगाया था। कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डी. केएमपन्ना और अन्य पदाधिकारियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुधवार को कहा था कि बसवराज बोम्मई की सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर पहुँच चुका है और पूरी सरकार यहाँ तक कि मुख्यमंत्री कार्यालय भी कमीशनखोरी के इस रैकेट में शामिल है। उन्होंने कहा कि मंत्री और विधायक सरकारी कामों के टेंडर के लिए सीधे 40 फीसदी कमीशन मांगते हैं।