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दिल्ली कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, सिसोदिया के इस्तीफे की मांग

दिल्ली कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन, सिसोदिया के इस्तीफे की मांग

आने वाले दिनों में केजरीवाल सरकार पर मनीष सिसोदिया को मंत्रिमंडल से हटाने का दबाव बढ़ सकता है। लेकिन क्या केजरीवाल उन्हें मंत्रिमंडल से हटाएंगे?

आबकारी नीति के मामले में सीबीआई के रडार पर आए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ दिल्ली कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने शनिवार को दिल्ली में स्थित आम आदमी पार्टी के मुख्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया है। कांग्रेस का कहना है कि यह स्पष्ट हो गया है कि केजरीवाल सरकार भ्रष्ट है। 

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने मांग की है कि मनीष सिसोदिया को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

बता दें कि नई आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों बीजेपी और कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। बीजेपी और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी सरकार ने नई आबकारी नीति के जरिए करोड़ों रुपए कमा लिए हैं। 

इस मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को मनीष सिसोदिया के घर पर 14 घंटे तक छापेमारी की और इसके बाद उनके फोन और कंप्यूटर को जब्त कर लिया।

दिल्ली कांग्रेस के प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मैदान पर उतरे और कहा कि दिल्ली की भ्रष्ट सरकार और उसके भ्रष्ट मंत्रियों के पापों का घड़ा भर चुका है। इस दौरान मनीष सिसोदिया को बर्खास्त करो के नारे भी कार्यकर्ताओं ने लगाए।

आम आदमी पार्टी का कहना है कि केंद्र सरकार केजरीवाल सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए अच्छे कामों से घबरा गई है और इसलिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर उसके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन भी सलाखों के पीछे हैं। 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले ही इस बात का अंदेशा जता चुके हैं कि सिसोदिया को गिरफ्तार किया जा सकता है। माना जा रहा है कि सीबीआई को छापेमारी में कुछ अहम सबूत मिले हैं और आने वाले दिनों में वह मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर सकती है।

 - Satya Hindi

विपक्षी दलों का रवैया

यहां यह बात बेहद दिलचस्प है कि लगभग सभी विपक्षी दल आरोप लगाते हैं कि मोदी सरकार उनके नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है लेकिन किसी एक नेता के खिलाफ कार्रवाई होने पर दूसरे विपक्षी दलों के नेता या तो चुप्पी साध लेते हैं या जांच एजेंसी की कार्रवाई का समर्थन करते हैं। 

कुछ दिन पहले जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से जांच एजेंसी ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में कथित गड़बड़ियों को लेकर पूछताछ की थी तो अधिकतर विपक्षी दल खामोश रहे थे। 

अब जब मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई ने छापेमारी की है तो कांग्रेस उनका इस्तीफा मांगने के लिए मैदान में उतर आई है।

निश्चित रूप से आने वाले दिनों में केजरीवाल सरकार पर मनीष सिसोदिया को मंत्रिमंडल से हटाने का दबाव बढ़ सकता है। अगर सिसोदिया की गिरफ्तारी होती है तो यह आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा।

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