इंडिया गठबंधन में पहले से ही मतभेद हैं और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के ताज़ा बयान से यह और बढ़ सकता है। अखिलेश ने कहा है कि उन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए अभी तक आमंत्रित नहीं किया गया है। पिछले महीने जब यात्रा पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाली थी तो टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी ऐसा ही दावा किया था।
अखिलेश की इस शिकायत के बाद कांग्रेस ने सफाई जारी की है। इसने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में यात्रा के विस्तृत मार्ग और कार्यक्रम को एक या दो दिन में अंतिम रूप दिए जाने के बाद इसे गठबंधन के घटक दलों के साथ साझा किया जाएगा। जयराम रमेश ने कहा है, 'उनका भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भाग लेना इंडिया गठबंधन को और मज़बूत करेगा। 16 फ़रवरी की दोपहर को यात्रा के यूपी में प्रवेश करने की उम्मीद है।'
जयराम रमेश की यह प्रतिक्रिया अखिलेश यादव के उस बयान पर आया है जिसमें उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, 'समस्या यह है कि कई बड़े कार्यक्रम होते हैं, लेकिन हमें निमंत्रण नहीं मिलता है।' कांग्रेस प्रवक्ता ने अखिलेश यादव के वीडियो को रिपोस्ट करते हुए यह टिप्पणी की है।
कुछ इसी तरह का आरोप ममता बनर्जी ने तब लगाया था जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाली थी। इसके बाद से यात्रा को लेकर टीएमसी प्रमुख निशाना साधती रही हैं।
ममता ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली यात्रा पर यह कहते हुए निशाना साधा था कि यह राज्य में मुसलमानों के बीच केवल हलचल पैदा करने की कोशिश कर रही थी, और इसे 'फोटो शूट' क़रार दिया था। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल से गुजरने के दौरान यात्रा से दूर रहने का फ़ैसला किया था और दोहराया था कि बंगाल के माध्यम से राहुल की यात्रा को लेकर उन्हें अंधेरे में रखा गया था।
जब राहुल की यात्रा पश्चिम बंगाल से गुज़र रही थी तब कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी टीएमसी पर यात्रा में बाधा डालने का आरोप लगाया था। अधीर रंजन चौधरी टीएमसी पर लगातार हमलावर रहे हैं। इनको लेकर टीएमसी ने तो कड़ी आपत्ति जताई थी।
पिछले महीने ममता बनर्जी की पार्टी ने गठबंधन के सफल न होने के लिए राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदार ठहराया था। राज्यसभा में तृणमूल के संसदीय दल के नेता और इसके मुख्य प्रवक्ता डेरेक ओब्रायन ने कहा था कि अधीर रंजन चौधरी ने बार-बार इंडिया गठबंधन के ख़िलाफ़ बोला है और पश्चिम बंगाल में गठबंधन नहीं चल पाने का कारण वह हैं।
डेरेक ओब्रायन ने कहा था, 'आम चुनाव के बाद अगर कांग्रेस अपना काम करती है और पर्याप्त संख्या में सीटों पर भाजपा को हराती है तो तृणमूल कांग्रेस उस मोर्चे का हिस्सा होगी जो संविधान में विश्वास करता है और उसके लिए लड़ता है।' तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी भी लगातार कहती रही हैं कि उनकी पार्टी बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी।
बहरहाल, राहुल गांधी की यह यात्रा वर्तमान में झारखंड में है, जिसमें नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन की भागीदारी रही। झामुमो भी इंडिया गठबंधन का घटक दल है।
जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, समय बीतता जा रहा है, इंडिया गठबंधन राज्यों में अपनी गतिविधियों का समन्वय करने में सक्षम होने के बजाय अभी भी सीटों के बँटवारे को लेकर संघर्ष कर रहा है। गठबंधन की समस्याएं बढ़ती ही जा रही हैं क्योंकि इसके प्रमुख समर्थकों में से एक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन छोड़कर एनडीए के पाले में लौट गए हैं।