बॉलीवुड एक्टर इरफ़ान ख़ान का 53 साल की उम्र में निधन हो गया है और यह उनके फ़ैंस के लिए बहुत बड़ा झटका है। इरफ़ान को कॉलन इंफ़ेक्शन हो गया था और हालत बिगड़ने पर उन्हें मंगलवार को कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इरफ़ान के क़रीबी बताते हैं कि फ़िल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ की शूटिंग के दौरान उनकी कीमोथेरैपी छूट गई थी। जिसके चलते उन्हें शूटिंग के दौरान कई बार तकलीफ भी हुई थी। इस साल होली से पहले उनकी तबियत बिगड़ गई थी और उसके बाद से लगातार बिगड़ती चली गई। तबियत ज्यादा खराब होने पर मंगलवार को उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बार हॉस्पिटल में वह अपनी बीमारी से बहुत संघर्ष कर रहे थे।
लंदन से न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज कराकर इरफ़ान 2019 में भारत लौटे थे और उसके बाद वह कोकिलाबेन अस्पताल में ही अपना रूटीन चेकअप करवा रहे थे। फ़िल्म ‘अंग्रेजी मीडियम’ में उनकी वापसी से फ़ैंस काफी खुश हुए थे।
न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर से लड़े थे इरफ़ान
इरफ़ान ने न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर होने के बारे में सोशल मीडिया पर लोगों को बताया था। उन्होंने लिखा था, ‘जिंदगी में अचानक कुछ ऐसा हो जाता है जो आपको आगे लेकर जाता है। मेरी जिंदगी के पिछले कुछ दिन ऐसे ही रहे हैं। मुझे न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी हुई है। लेकिन मेरे आसपास मौजूद लोगों के प्यार और ताक़त ने मुझमें उम्मीद जगाई है।’
इरफ़ान ने आगे कहा था, ‘इसके इलाज के लिए मैं विदेश जा रहा हूं। मेरी सभी से प्रार्थना है कि मेरे लिए दुआएं करते रहें। मेरी बीमारी को लेकर न्यूरो की जो अफ़वाह फैलाई जा रही है, इसके लिए बता दूं कि न्यूरो हमेशा ब्रेन के लिए नहीं होता। मुझे उम्मीद है कि मैं फिर से और स्टोरी लेकर वापस आऊंगा।’
कुछ ही दिन पहले इरफ़ान की मां का भी इंतकाल हो गया था। इरफ़ान के निधन के दौरान उनकी पत्नी सुतापा सिकदर और उनके दोनों बेटे अस्पताल में ही थे।
क्या होता है कॉलन इंफ़ेक्शन
इरफ़ान को हाल ही में कॉलन इंफ़ेक्शन हुआ था और उसी के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। असमय खाने या कोई ऐसी चीज खाने से जिससे आपको एलर्जी हो तो पेट में यह संक्रमण फैलता है। इसमें भोजन के जरिए विषैले तत्व शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और व्यक्ति बीमार हो जाता है। कॉलन की भीतरी परत की सूजन को सामान्य शब्द में कोलाइटिस कहा जाता है, जो हमारी बड़ी आंत है। कॉलन में सूजन हो तो पेट में दर्द, डायरिया और मरोड़ जैसे लक्षण शरीर में होते हैं।