चेन्नई एयरशो में भारी भीड़ से लोगों का दम घुटा, 5 मौतें, विपक्ष ने स्टालिन को घेरा
तमिलनाडु में चेन्नई मरीना बीच के आसमान पर भारतीय वायु सेना के विमानों का शानदार हवाई प्रदर्शन रविवार को यहां भारी भीड़, तेज धूप की वजह से हादसे में बदल गया। हजारों दर्शकों में से कम से कम पांच लोगों की मौत दम घुटने से हो गई।
चेन्नई के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक व्यक्ति की समुद्र तट पर और चार अन्य की आसपास के क्षेत्र में मौत हो गई और ये सभी पांचों उन हजारों लोगों में से थे जो एयर शो देखने के लिए समुद्र के किनारे कई किलोमीटर लंबी भीड़ में जमा हुए थे। इस कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों लोग चिलचिलाती धूप में कम से कम 2 से 3 घंटे तक खड़े रहे और उनमें से कई लोगों ने खुद को बचाने के लिए छाते पकड़ रखे थे। हालांकि एयर शो सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच आयोजित किया गया था, लेकिन ज्यादातर लोग कम से कम एक घंटे पहले ही कार्यक्रम स्थल पर जमा हो गए।
तफरातफरी में कई लोग बेहोश हो गए और आपातकालीन कर्मचारियों ने उन्हें गोद में उठाया और अस्पताल पहुंचाया। घटना के बाद, मुख्य सड़कें, विशेष रूप से समुद्र तट क्षेत्र के करीब की सड़कें पूरी तरह से जाम हो गईं और बसों के अलावा एमआरटीएस और मेट्रो सहित स्थानीय ट्रेनें खचाखच भरी रहीं।
कार्यक्रम स्थल पर भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई जब हजारों लोगों ने एक ही समय में कार्यक्रम स्थल से बाहर निकलने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने कहा कि उसने भीड़ को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया। प्रदर्शन स्थल के नजदीक अन्ना स्क्वायर पर बस स्टॉप लोगों से खचाखच भरा हुआ था। यातायात प्रतिबंधों के मद्देनजर लोगों को बसें पकड़ने या ट्रेन स्टेशनों तक पहुंचने के लिए काफी दूरी पैदल चलकर तय करनी पड़ी।
तमिलनाडु भाजपा प्रमुख अन्नामलाई ने रविवार को चेन्नई एयर शो के दौरान पांच लोगों की मौत के लिए तमिलनाडु सरकार को दोषी ठहराया और कहा कि उसने कार्यक्रम देखने के लिए मरीना बीच पर आए हजारों लोगों के लिए उचित व्यवस्था नहीं की। अन्नामलाई ने एक्स पर लिखा- "मैं यह सुनकर स्तब्ध रह गया कि चेन्नई मरीना बीच पर आयोजित आईएएफ 'एआईआर शो' कार्यक्रम के दौरान भीड़ के कारण 5 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसका एकमात्र कारण यह है कि डीएमके सरकार ने वहां जमा लोगों के लिए मामूली सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराईं।
उन्होंने कहा कि इस त्रासदी को “हादसा” नहीं कहा जा सकता है। यह “मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के प्रशासन की पूर्ण विफलता” को दर्शाता है।अन्नामलाई ने कहा- "केवल अपने परिवार के लिए शासन करने वाले और लोगों के जीवन की परवाह न करने वाले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और डीएमके सरकार की मैं कड़ी निंदा करता हूं, जिसके कारण लोगों की मौत हुई और सैकड़ों परिवारों को दुख हुआ। मुख्यमंत्री इस मामले पर जनता के प्रति जवाबदेह हैं।''
विपक्ष के नेता और एआईएडीएमके प्रमुख एडप्पादी के पलानीस्वामी ने इस घटना के लिए डीएमके सरकार की निंदा की और आरोप लगाया कि वह इतने महत्वपूर्ण आयोजन के लिए ठीक से व्यवस्था करने में विफल रही और शोक संतप्त लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
लाइटहाउस और चेन्नई बंदरगाह के बीच मरीना पर 92वें भारतीय वायुसेना दिवस समारोह में वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, उप मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन, राज्य के कई मंत्री, चेन्नई के मेयर आर. प्रिया सहित अन्य लोग शामिल हुए।