फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने लाभांश वितरण कर यानी डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स हटाने पर खुशी का इज़हार किया है। अब तक लाभांश पर टैक्स कंपनियों और निवेशक दोनों को चुकाना होता था।
अब सिर्फ निवेशक को यह टैक्स 15 प्रतिशत की दर से चुकाना होगा। लेकिन इस पर उन्हें सरचार्ज भी देना होगा। फ़िक्की ने ट्वीट कर कहा है कि इसने पहले ही वित्त मंत्री से मुलाक़ात कर यह माँग रखी थी। इसने यह भी कहा है कि वित्त मंत्री ने पूंजी बाज़ार से जुड़ी उसकी माँगें मान ली हैं।
कॉनफ़ेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) ने लाभांश वितरण टैक्स हटाने का स्वागत करते हुए कहा है कि संस्था की यह पुरानी माँग है। संगठन ने यह भी कहा है कि सूखा ग्रस्त 100 इलाक़ों की पहचान करने एक स्वागत योग्य कदम है।
सीआईआई ने स्वास्थ्य और मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में किए गए घोषणाओं पर भी खुशी जताई है। इसने कहा है कि दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में स्वास्थ्य के मामले में सरकार साहसिक कदम उठा रही है।