‘चाकू रखने’ वाले बयान पर प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज
भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ पुलिस ने चाकू रखने वाले उनके बयान को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, प्रज्ञा के खिलाफ शिवमोगा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एच.एस. सुंदरेश की शिकायत पर कोटे पुलिस थाने में यह एफआईआर दर्ज की गई है।
प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ धर्म के आधार पर अलग-अलग समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने सहित कई आरोपों से संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
प्रज्ञा ठाकुर ने 25 दिसंबर को हिंदू जागरण वैदिके नाम के संगठन के कार्यक्रम में यह भड़काऊ बयान दिया था। उसके बाद से ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की जा रही थी।
क्या कहा था प्रज्ञा ने?
प्रज्ञा ठाकुर ने कार्यक्रम में कहा था, “उनके वहां लव जिहाद की परंपरा है। वह प्यार करते हैं तो इसमें भी जिहाद करते हैं। हम भी प्यार करते हैं, ईश्वर से प्यार करते हैं और एक संन्यासी अपने ईश्वर से प्यार करता है।”
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा था, “अपने घरों में हथियार रखें अगर और कुछ नहीं है तो सब्जी काटने वाले चाकू की धार तेज कर लें। कोई नहीं जानता कि कैसी स्थिति आएगी। हर किसी को अपनी आत्मरक्षा करने का अधिकार है, अगर कोई हमारे घरों में घुसता है और हम पर हमला करता है तो उसे मुंहतोड़ जवाब देना हमारा अधिकार है।”
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि जब हमारी सब्जी अच्छे से कटेगी तो निश्चित रूप से दुश्मनों के मुंह और सिर भी अच्छे से कटेंगे।
प्रज्ञा ठाकुर के बयान को सीधे तौर पर मुसलमानों के खिलाफ माना गया है और इसे लेकर सोशल मीडिया पर जबरदस्त प्रतिक्रिया हुई। प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज ना होने को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि यह हेट स्पीच का मामला है और वह इसे सुप्रीम कोर्ट में उठाएंगे।
हेट स्पीच या नफरती भाषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट गाइडलाइन है और इसका उल्लंघन करने वाले पर कार्रवाई की बात कही गई है। हाल ही में यूपी के पूर्व मंत्री आजम खान को हेट स्पीच के मामले में तीन साल की सजा स्थानीय कोर्ट ने सुनाई थी और उनकी विधानसभा की सदस्यता खत्म कर दी गई थी।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले और कांग्रेस नेता तहसीन पूनावाला ने प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ कर्नाटक पुलिस से शिकायत की थी।
प्रज्ञा ने पहले भी दिए हैं भड़काऊ बयान
प्रज्ञा ठाकुर अपने विवादित बयानों के लिए लगातार चर्चा में रही हैं।
हेमंत करकरे पर दिया था बयान
साध्वी प्रज्ञा ने मुंबई हमले में शहीद हुए पूर्व एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे के बारे में कहा था कि करकरे को संन्यासियों का श्राप लगा था। प्रज्ञा ने कहा था, 'मैंने कहा तेरा (हेमंत करकरे) सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जिस दिन मैं गई थी, उस दिन उसे सूतक लग गया था और ठीक सवा महीने में जिस दिन आतंकवादियों ने इसको मारा और उसका अंत हो गया।' करकरे मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले में आतंकवादियों से बहादुरी से लड़ते हुए शहीद हो गये थे।
'बाबरी मसजिद तोड़ने पर गर्व'
साध्वी प्रज्ञा ने लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचार के दौरान बाबरी मसजिद ध्वंस में अपनी भूमिका पर गर्व करते हुए बयान दिया था, ‘मैं ढांचे को तोड़ने के लिए इसकी सबसे ज़्यादा ऊंचाई पर चढ़ी थी। मुझे इस बात पर गर्व है कि भगवान ने मुझे यह मौक़ा दिया और इस काम को करने के लिए ताक़त दी, तभी मैं यह काम कर पाई। हमने देश पर लगे कलंक को ख़त्म कर दिया। अब हम वहीं राम मंदिर बनाएंगे।’
महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करने के लिए भी वह विवादों में रही हैं। साध्वी प्रज्ञा ने साल 2019 में कहा था, ‘नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे। जो लोग उन्हें आतंकवादी कह रहे हैं, उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।'