पुलिस ने आरजेडी विधायकों को विधानसभा में पीटा: तेजस्वी

10:27 pm Mar 23, 2021 | सत्य ब्यूरो - सत्य हिन्दी

बिहार में आज उस समय राजनीतिक गहमागहमी तेज़ हो गई जब विधानसभा में विधायकों के साथ हाथापाई के आरोप लगाए गए। विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी आरजेडी के विधायकों को बिहार पुलिस ने सदन के अंदर पीटा। कुछ ऐसे वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें दिख रहा है कि विधायकों को जबरन बाहर निकाला जा रहा है और वहाँ धक्का-मुक्की के आरोप लगाए गए। कम से कम एक विधायक को अस्पातल में इलाज के लिए ले जाया गया। 

इस घटना में घायल एक विधायक की तसवीर को ट्वीट कर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। 

ख़बरों के मुताबिक़, हाथापाई की नौबत तब आई जब विपक्षी विधायक विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा को उनके चैंबर से निकलने नहीं दे रहे थे। वे बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक का विरोध कर रहे थे। इसको लेकर बिहार विधानसभा में हंगामा हुआ। विपक्ष की महिला विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष विजयकुार सिन्हा को चैंबर से बाहर आने से रोका। चैंबर के पास मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने विधायकों को जबरन हटाया।

विधायकों ने सदन में सुरक्षाकर्मियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनके साथ हिंसा की। विधायक सत्येंद्र कुमार ने कहा, 'एसपी ने मेरी छाती पर पैर रखकर मारा।'

इस घटना में राजद विधायक सुधाकर सिंह और सीपीएम विधायक सत्येंद्र यादव सहित कई विपक्षी विधायक घायल हो गए। यादव को इलाज के लिए एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाना पड़ा।

तेजस्वी यादव ने कहा, 'बिहार ही नहीं, देश के इतिहास में ऐसा होगा कि सदन में पुलिस को बुलाया गया, एसपी ख़ुद वहाँ उपस्थित रहे, डीएम ने ख़ुद विधायकों को घसीट-घसीटकर पीटने का काम किया। बाहर निकाला गया। हमारी पूर्व मंत्री महिला हैं, जो अति पिछड़ा समाज से आती हैं, उनके बाल खींचकर, साड़ी खोलकर घसीटकर ले जाया गया। आज का दिन काला दिन के रूप में देश की जनता याद करेगी।'

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार जैसी अनैतिक राजनीति करने वाला सी ग्रेड, बेशर्म और अलोकतांत्रिक मुख्यमंत्री पूरे देश में नहीं होगा। गुंडा सरकार के मुखिया देखिए कैसे 3 लाख लोगों द्वारा निर्वाचित विपक्षी माननीय विधायक को घसीटवा कर अपनी सरकार की गुंडई को प्रदर्शित करवा रहे हैं।' पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी ट्वीट कर नीतीश कुमार सरकार पर हमला किया।

पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के ट्विटर हैंडल से भी इस घटना को लेकर ट्वीट किया गया। उन्होंने कहा कि लोहिया जयंती के दिन कुकर्मी आदमी कुकर्म नहीं करेगा तो कुकर्मी कैसे कहलाएगा?

तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री की ओर से की गई। उन्होंने कहा कि जो क़ानून अंग्रेजों ने लागू किया था, वही क़ानून आज नीतीश कुमार ने लागू किया है। यह क्या क़ानून है? उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा की कार्यवाही के दौरान एक काला क़ानून पेश किया गया। इस घटना को लेकर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी एक वीडियो को रीट्वीट किया है। 

बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, 'बिल को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। बीएमपी का नाम बदलकर बिहार सशस्त्र पुलिस कर दिया गया है। अपराध को नियंत्रित करने के लिए पुलिस कार्रवाई करेगी। हम चाहते थे कि सदन में बहस करें, मगर अफवाह फैलाई जा रही है। विपक्ष बहस करता तो सरकार जवाब देती। विपक्ष को चर्चा में भाग लेना चाहिए। सदन में जो हुआ है वो आज से पहले नहीं हुआ। विधानसभा में पता होना चाहिए कि क्या व्यवहार करना चाहिए। विपक्ष को चर्चा में एक-एक बात बताते क्या सच है।'