बिहार विधानसभा में सोमवार को नीतीश कुमार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर जमकर हमला बोला है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम मुख्यमंत्री जी को बधाई देते हैं कि 9 बार शपथ लेकर इन्होंने इतिहास रचा है। एक ही टर्म में 3-3 बार पलट गए ये अद्भुत है।
तेजस्वी ने सदन में कहा कि मोदी जी की गारंटी मजबूत वाली है। क्या मोदी जी गारंटी लेंगे कि नीतीश जी फिर पलटेंगे कि नहीं। खैर हमको चिंता नहीं है। आपलोगों की खूब जोड़ी है। लगे रहिए।
उन्होंने कहा कि आज ही तो हमें बोलने का मौका मिला है, इसके बाद तो हम जनता के बीच में रहेंगे। हमें कोई चिंता नहीं है। हमलोग इधर - उधर नहीं जाते हैं। हम विचारधारा को मानने वाले लोग हैं। मैं लालू जी का बेटा हूं, डरूंगा नहीं। 17 महीने में हमने रिकॉर्ड नौकरी दी। सुस्त मुख्यमंत्री को दौड़ना सिखाया। हमने 17 महीने में वो काम करके दिखाया है जो कई सालों से नहीं हुआ था।
उन्होंने कहा कि, नीतीश जी जब महागठबंधन को छोड़ कर बीजेपी के साथ जा रहे थे तब कम से कम एक बार बता तो देते कि नहीं रहना चाहते। कम से कम बुला कर एक बार बोल तो देते। हम आपको कभी कुछ कहे हैं। अच्छे पल को हम जीवन भर मन में संजो कर रखे हैं। हमारे मंत्रियों से दिक्कत थी तो बाहर से समर्थन दे देते। कोई आपको हिला नहीं सकता था।
हमें छोड़ने से पहले कुछ भी नहीं कहा
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब पहली बार आप हमें छोड़ कर गए तो कहा कि आप पर केस है उसकी सफाई दे दीजिए। लेकिन जब हमें फिर से अपनाया तो कहने लगे थे कि भाजपा वालों ने इनके परिवार और पिताजी को फंसा दिया है। लेकिन इस बार आपने हमें छोड़ने से पहले कुछ नहीं कहा। चाचा को अगर जाना ही था तो कह देते कि आपके साथ नहीं रहेंगे।विधानसभा में तेजस्वी ने नीतीश कुमार को लेकर कहा कि इन्होंने तो कई बार आप लोगों के सामने कहा था कि यही आगे बढ़ेगा, यही करेगा। ठीक है नौजवान ही न आगे बढ़ेगा, आगे काम करेगा। कई बार इनकी मजबूरियां रही होंगी जैसे कि राजा दशरथ की थी।
तेजस्वी ने कहा कि हम तो नीतीश कुमार जी को दशरथ जो राम के पिता थे उनके रूप में मानते हैं। दशरथ नहीं चाहते थे राम वनवास जाएं। कैकयी चाहती थी, इसलिए कैकयी को भी पहचानिए।
राम को वनवास भेज दिया गया था, लेकिन हम मानते हैं कि हम वनवास नहीं आए हैं। हमको इन्होंने जनता के बीच भेजा है जनता के सुख-दुख का भागीदार बनने के लिए भेजा है।
हम तो आपको अपना परिवार जैसा मानते हैं। आपने भी मुझे बेटा बोला था। आपने कहा था कि मेरे बाद यही सब काम करेगा। आप तो झंडा लेकर चले थे कि नरेंद्र मोदी को देश में रोकना है। अब तो यह काम आप नहीं करेंगे। लेकिन आज आपका यह भतीजा ऐलान करता है कि मोदी जी को बिहार में हम रोकेंगे। नरेंद्र मोदी के खिलाफ झंडा उठाकर आपके काम को मैं आगे बढ़ाऊंगा।
किए गए काम का क्रेडिट क्यों न लें?
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा भारत रत्न का सम्मान नहीं करती डीलिंग करती है। इसलिए इसने कर्पूरी जी को भारत रत्न दिया। तेजस्वी ने कहा कि हमलोग घबराते नहीं हैं। हम संघर्ष करते हैं।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि सरकार में हुए काम का क्रेडिट ले रहा है। मेरा विभाग, मेरा मंत्री तो क्रेडिट क्यों न लें। जो काम होगा उसका क्रेडिट क्यों न लें? नीतीश सरकार के विश्वास मत पर चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने मांग रखी कि पुरानी पेंशन स्कीम को जरूर लागू करवाया जाए। उन्होंने इस मौके पर कहा कि, कोई आए या न आए, वक्त आयेगा और तेजस्वी जरूर आयेगा।