बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे तेजस्वी यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में तेजस्वी शिक्षकों को धरना देने की अनुमति देने को लेकर पटना के डीएम से बात कर रहे हैं।
वीडियो के वायरल होने का कारण यह है कि तेजस्वी किसी अनजान शख़्स की तरह डीएम से बात करते हैं और उन्हें शिक्षकों की परेशानी बताते हुए तय जगह पर धरना देने की अनुमति देने की मांग करते हैं। इस पर डीएम पहले तो नाराज़गी जताते हैं लेकिन जब उन्हें यह पता चलता है कि ये नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बोल रहे हैं तो वे जी हां, जी हां करने लगते हैं।
पटना में बीते कई दिनों से शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। मंगलवार को इन पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था और उन्हें हटा दिया गया था। इसके बाद शिक्षक इको पार्क में जमा हो गए। तेजस्वी वहां पहुंचे और इनकी परेशानी को सुना।
तभी तेजस्वी ने डीएम को फ़ोन मिलाया और कहा कि शिक्षक लोग आंदोलन कर रहे हैं और गर्दनीबाग में इन्हें कोई धरना देने की अनुमति नहीं दे रहा है, वहां तो इन्हें अधिकार है धरना देने का। इस पर डीएम कहते हैं कि अच्छा, विभाग से क्या कोई को-ऑर्डिनेट नहीं कर रहा है।
तेजस्वी कहते हैं, ‘क्या अब हर दिन की अनुमति लेनी होगी, अनिश्चितकाल की नहीं मिलेगी। इन लोगों पर लाठीचार्ज हुआ और इनका सामान फेंक दिया गया और ये लोग चाहते हैं कि उन्हें धरना देने के लिए जगह दी जाए।’ तेजस्वी कहते हैं कि वह इनकी एप्लिकेशन वॉट्सऐप करा देते हैं और आप अनुमित दे दीजिए, हम यहीं इको पार्क में खड़े हैं।
डीएम कहते हैं कि आप भेजिए, इस बात को चेक करा लेते हैं। तेजस्वी कहते हैं कि कब तक बताइए। इस पर डीएम भड़क जाते हैं कि पहले आप भेजिए, अभी भेजा नहीं है और पहले ही हिसाब ले रहे हैं, कब तक होगा। इस पर तेजस्वी उन्हें बताते हैं कि वे तेजस्वी यादव बोल रहे हैं तो डीएम सर-सर करने लगते हैं। तेजस्वी कहते हैं कि वे वॉट्सऐप भिजवा रहे हैं, इन्हें जल्दी अनुमति दिलवा दीजिए।
इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि सरकार ने जो धरना स्थल तय किया है, वहां ये लोग शांतिपूर्ण ढंग से धरना प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन रात को अचानक लाठीचार्ज हुआ और इन लोगों का तंबू उखाड़ दिया गया।
सरकार पर हमला बोला
तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर हमला बोला और कहा कि किसान, मजदूर, छात्र सभी नीतीश सरकार से ख़फ़ा हैं। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी सरकार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र नहीं दे रही है और तानाशाही रवैया अपना रही है। तेजस्वी ने मुख्य सचिव, पुलिस प्रमुख से भी बात की और उनसे टीचर्स को तय जगह पर धरना देने के लिए अनुमति देने की मांग की।
'थक चुके हैं नीतीश'
तेजस्वी ने फिर कहा कि नीतीश कुमार थक चुके हैं और इनसे बिहार संभल नहीं रहा है और बीजेपी-जेडीयू की डबल इंजन की सरकार बिहार के लिए अभिशाप के रूप में है। उन्होंने कहा कि सभी लोग इस सरकार से ख़फा हैं और आम लोगों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि आख़िर इन्हें नियुक्ति पत्र क्यों नहीं दिया जा रहा है। तेजस्वी ने कहा कि यह सरकार जनता के ख़िलाफ़ खड़ी है।
तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन ने एनडीए को जबरदस्त टक्कर दी थी और वह कुछ सीटों के अंतर से सरकार बनाने से चूक गया था। महागठबंधन में शामिल कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद ख़राब रहा था और इसे लेकर उसकी काफी आलोचना भी हुई थी।