MLC चुनाव: NDA में सीट बंटवारा- मांझी-सहनी साफ, रालोजपा को एक सीट
बिहार में विधान परिषद की 24 सीटों पर शनिवार को एनडीए में बँटवारा हो गया। सीटों के बँटवारे के साथ ही एनडीए घटक दलों में बवाल भी शुरू हो गया है। घटक दल के एक साथी मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी ने तो 24 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।
शनिवार को बिहार में एनडीए घटक दल के साथी जदयू और बीजेपी ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घोषणा की कि बीजेपी 13 सीटों पर, जबकि जदयू 11 सीटों पर विधान परिषद की चुनाव लड़ेगी। एक सीट पर रालोजपा चुनाव लड़ेगी। बीजेपी अपनी 13 सीटों में से ही एक सीट रालोजपा को देगी।
सीटों की घोषणा से पहले शनिवार दोपहर में बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर इसकी जानकारी दी थी। कहा जाता है कि इसके बाद ही दोनों दलों के बीच इस फॉर्मूले पर आखिरी सहमति बनी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए नेताओं ने विकासशील इन्सान पार्टी (VIP) और हिंदुस्तानी अवाम पार्टी (HAM) को सीटें नहीं देने के सवाल को टाल दिया।
मांझी-सहनी साफ
विधान परिषद की 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में बीजेपी और जदयू ने अपने पुराने साथी जीतन राम मांझी की पार्टी हम और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी से ज्यादा पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा पर भरोसा जताया है। कुछ दिन पहले ही चिराग पासवान से अलग होकर पशुपति पारस ने अपनी नई पार्टी रालोजपा का गठन किया था। एनडीए ने इसके बाद उन्हें रामविलास पासवान की जगह केंद्र में जगह देने के बाद अब विधान परिषद में भी एक सीट दिया है, जबकि सीटों के बंटवारे में एनडीए ने मांझी और सहनी को साफ कर दिया है।
24 सीटों पर मुकेश सहनी उतारेंगे प्रत्याशी
सीटों के बंटवारे से नाराज विकासशील इन्सान पार्टी के प्रमुख और नीतीश सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने अब सभी 24 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर दी है। मुकेश सहनी ने कहा कि जिस प्रकार से सीटों का एलान हुआ है, वह गठबंधन के लिहाज से सही नहीं है। भाजपा नेताओं का कहना है कि सहयोगी दलों से बातचीत कर मामला सुलझा लिया जाएगा। एनडीए उन्हें विश्वास में लेगा। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे की घोषणा के बाद बातचीत का क्या मतलब है। पहले बातचीत कर विश्वास में लेना चाहिए था।
सहनी से क्यों नाराज है बीजेपी?
यूपी चुनाव को लेकर बिहार में एनडीए घटक दलों के बीच पिछले कुछ दिनों से बयानबाजी चल रही थी। निषाद आरक्षण के मुद्दे पर मुकेश सहनी ने बीजेपी के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया था। सहनी ने बीजेपी के विरोध के बाद भी अपने 165 प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा कर दी। इसके बाद से ही यह कयास लगाया जाने लगा था कि भाजपा मुकेश सहनी को विधान परिषद में कोई सीट नहीं देगी।
सीएम अवास में तय हुआ फॉर्मूला
शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 1 अणे मार्ग स्थित आवास पर बीजेपी और जदयू के वरिष्ठ नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। दोपहर में हुई इस बैठक में ही इस समीकरण पर दोनों दलों के बीच आम सहमति बनी थी। इसको लेकर बिहार बीजेपी के प्रभारी व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव शुक्रवार को दिल्ली से पटना आए थे। इसके बाद शनिवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद के साथ सीएम आवास पर पहुंचे। जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी वहां पहले से ही मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में दोनों दलों की आम सहमति से सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला तय किया गया।
जानिए, कौन कहां से लड़ेगा चुनाव
BJP को 12 सीटें - रोहतास, औरंगाबाद, सारण, सीवान, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, किसनगंज, कटिहार, सहरसा, गोपालगंज, बेगूसराय और समस्तीपुर।
RLJP- वैशाली
JDU की 11 सीटें- पटना, भोजपुर, गया, नालंदा, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, भागलपुर, मुंगेर, नवादा और मधुबनी।